नयी दिल्ली। आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले में जस्टिस आर सी लोढ़ा समिति द्वारा आज राज कुंद्रा एवं गुरूनाथ मयप्पन पर आजीवन और चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रायल्स पर दो साल के प्रतिबंध के फैसले के बारे में पूछे जाने पर गावस्कर ने कहा, यह काफी कठिन होगा। चूंकि धोनी अभी सिर्फ 34 साल का है और उसके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संयास लेने में अभी समय है। धोनी में अभी काफी क्रिकेट बाकी है, इसलिए किसी भी सूरत में धोनी के बिना आईपीएल की कल्पना मुश्किल है।
गावस्कर ने यह भी कहा कि फैसले से चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान राॅयल्स के खिलाडि़यों की मनोदशा बहुत खराब होगी जिन्हें दूसरों के गुनाहों की सजा मिली है। लेकिन इस फैसले को हल्के में नहीं लिया जा सकता और न ही इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा किया जा सकता है क्योंकि इसमें भारत के तीन पूर्व मुख्य न्यायाधीश जुड़े हैं। गावस्कर ने उम्मीद जताई कि चूंकि अगले आईपीएल में अभी आठ महीने का समय है लिहाजा बीसीसीआई के लिये दो नयी टीमें तलाशना कठिन नहीं होगा।
आईपीएल स्पाॅट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले में जस्टिस आर सी लोढा समिति के फैसले के बाद आज दिन भर क्रिकेट जगत में हलचल देखने को मिली। फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक इंडिया सीमेंट्स ने न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति के निलंबन के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाने की बात कही है। कंपनी ने तत्काल इस फैसले पर अधिक प्रतिक्रिया देने से बचते हुए बस इतना ही कहा कि वह जल्द ही मामले में राहत के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
जस्टिस आर सी लोढा समिति के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने कहा कि बोर्ड न्यायिक फैसलों का हमेशा से सम्मान करता आया है और इस फैसले का भी हम स्वागत करते हैं, लेकिन बोर्ड फैसले पर विस्तृत प्रतिक्रिया पूरे फैसले का अध्ययन करने के बाद ही देगा। हालांकि उन्होंने कहा कि खेलों में लाखों करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का भरोसा और विश्वास बहाल करने के लिये बीसीसीआई उसे पाक साफ बनाने, पारदर्शिता और जवाबदेही लाने को प्रतिबद्ध है।
उधर फैसले के बाद दिन भर जारी तमाम हलचलों के बीच इंडियन प्रीमियर लीग में सट्टेबाजी और मनी लाउंड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने आज देश के कई शहरों में छापे मारे। ईडी की अलग अलग टीमों ने मुंबई, नागपुर, भोपाल और दिल्ली समेत कई शहरों में छापे मारे।खबर के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने इन शहरों में दस से अधिक ठिकानों पर छापे मारे। ये छापे प्रवर्तन निदेशालय के अहमदाबाद क्षेत्रीय कार्यालय ने मारे हैं। इससे पहले भी दो बार इस तरह के छापे मारे जा चुके हैं पर बताया जा रहा है कि जांचकर्ताओं द्वारा आज का छापा मामले में कुछ सुराग हासिल किए जाने के बाद मारा गया था।