वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर और बिग हिटर ड्वेन ब्रैवो ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। 35 वर्षीय ब्रैवो भारतीय दौरे पर आई वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा नहीं हैं। 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले ब्रैवो ने अपने करियर में उन्होंने कुल 40 टेस्ट, 164 एकदिवसीय और 66 टी-20 मैच खेले हैं। वेस्टइंडीज के लिए उन्होंने आखिरी बार दो साल पहले मैच खेला था।
ब्रैवो ने अपने एक बयान में कहा, “आज मैं क्रिकेट वर्ल्ड को यह बताना चाहता हूं कि मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूप से आधिकारिक रूप से संन्यास लेने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा कि मैंने 14 साल पहले वेस्टइंडीज के खेलना शुरू किया, लेकिन मुझे आज भी वह लम्हा याद है,जब लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर जुलाई 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ मैरून टोपी मिली। वह जोश और जज्बा मैंने अपने पूरे करियर में महसूस किया।
ब्रैवो ने यह भी कहा कि उनका फैसला राष्ट्रीय टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका देने को लेकर भी है। ब्रैवो ने 2010 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला और अपने 40 टेस्ट मैचों में कुल 2200 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और 13 अर्धशतक शामिल है। उन्होंने 86 विकेट भी झटके।
वहीं, 164 एकदिवसीय मैचों में 2968 रन बनाए और 199 विकेट लिए, जबकि टी-20 में 1142 रन बनाने के साथ 52 विकेट भी लिए। मैदान में लंबे शॉट लगाने के लिए मशहूर ब्रैवो ने आखिरी एकदिवसीय मैच 2014 में भारत के खिलाफ खेला था। उस वक्त पेमेंट विवाद के कारण वेस्टइंडीज की टीम भारत दौरा बीच में छोड़कर वापस देश लौट गई थी। तब ब्रैवो ही टीम के कप्तान थे। उसके बाद 2015 में उन्हें विश्वकप टीम के लिए भी नहीं चुना गया। हालांकि, उसके एक साल वेस्टइंडीज के टी-20 वर्ल्डकप जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।