बटलर ने 37 गेंदों पर आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 66 रन बनाए और कप्तान इयोन मोर्गन (22) के साथ चौथे विकेट के लिए 74 रन की साभुोदारी की। इससे पहले सलामी बल्लेबाज जैसन राय (39 गेंदों पर 42 रन) और जो रूट (25) ने दूसरे विकेट के लिए 61 रन जोड़कर टीम को शुरुआती झटके से उबारा था। इससे इंग्लैंड ने टास गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 171 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
इसके उलट श्रीलंका की शुरुआत भयावह रही। पहले तीन ओवर के बाद उसका स्कोर चार विकेट पर 15 रन था। मैथ्यूज ने यहीं से कप्तानी पारी खेली। उन्होंने 54 गेंदों पर तीन चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 73 रन बनाए और चमारा कापुगेदारा के साथ (30) के साथ पांचवें विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी की। लेकिन दबाव में विकेट गिरते रहे और आखिर में श्रीलंका आठ विकेट पर 161 रन तक ही पहुंच पाया। जोर्डन ने 28 रन देकर चार और डेविड विली ने 26 रन देकर दो विकेट लिए।
इस जीत से इंग्लैंड ग्रुप एक से वेस्टइंडीज के बाद सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली दूसरी टीम बन गई है। इसका मतलब है कि श्रीलंका के साथ दक्षिण अफ्रीका को भी अब लीग चरण से ही स्वदेश लौटना होगा। इंग्लैंड के चार मैच में तीन जीत से छह अंक हैं जबकि श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका दोनों के तीन मैचों में केवल दो-दो अंक हैं।
वैसे श्रीलंका अपनी पारी के शुरू में ही हार की स्थिति में दिख रहा था। उसने पहले तीन ओवर में चार विकेट गंवा दिए थे। सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान और दिनेश चंदीमल पहले दो ओवरों में पवेलियन पहुंचे। दिलशान को अपनी शार्ट पिच गेंद पर कैच देने के लिए मजबूर करने वाले विली ने अगले ओवर में मिलिंदा श्रीवर्धना को भी कैच कराया जबकि लाहिरू तिरिमाने रन आउट हो गए।
मैथ्यूज ने कापुगेदारा के साथ पारी संवारने का बीड़ा उठाया। उन्होंने विशेष तौर पर आदिल राशिद को निशाने पर रखा और उनके दो ओवरों में तीन छक्के लगाए। इस बीच जब मैथ्यूज 30 रन पर थे तब मोर्गन ने बेन स्टोक्स की गेंद पर उनका कैच छोड़ा। कापुगेदारा ने भी राशिद की गेंद छह रन के लिए भेजी लेकिन लियाम प्लंकेट के अगले ओवर में स्टोक्स ने डीप मिडविकेट पर अच्छा कैच लेकर यह साझेदारी तोड़ी। उनका स्थान लेने के लिए उतरे तिसारा परेरा ने आते ही मोईन अली पर छक्का जड़ा।
श्रीलंका को आखिरी पांच ओवर में 61 रन चाहिए थे। मैथ्यूज ने मोईन पर लांग आन और मिडविकेट पर छक्के जड़कर दर्शकों को रोमांचित किया तो परेरा ने भी एक गेंद छह रन के लिए भेजकर इस ओवर में 21 रन जुटाने में अपना योगदान दिया। परेरा ने हालांकि जोर्डन की गेंद पर मिड आफ पर सीधा कैच थमा दिया और फिर आखिरी तीन ओवर में 34 रन के लक्ष्य से श्रीलंका के लिए स्थिति मुश्किल हो गए।
दानुश शनाका (15) ने विली को पहले छक्का और फिर चौका लगाया जिससे मैथ्यूज की आंखें फिर से चमकने लगी लेकिन अगले ओवर में मिड आफ पर रूट ने हवा में तैरकर उनका कैच लपक दिया। स्टोक्स के आखिरी ओवर में मैथ्यूज कुछ कमाल नहीं कर पाए।