वॉन ने डेली टेलीग्राफ में अपने कालम में लिखा, जब आप कप्तान हैं और टीम हार रही है तो आप खेल का मजा नहीं ले सकते। आप सुबह उठते हैं और आपको खेलने की इच्छा नहीं करती। कुक ने खेलने की वह ऊर्जा और इच्छाशक्ति फिर हासिल कर ली है। टीम को उसकी ताकत और रनों की जरूरत है, कप्तानी की नहीं।
उन्होंने कहा कि कुक को खुद से पूछना चाहिये कि क्या वह कप्तानी के लायक है। उन्होंने कहा , कोई उस पर कुछ नहीं देने का आरोप नहीं लगा सकता लेकिन लगातार हार रही टीम को अगले सत्र में दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज ले जाना कहां तक सही है। उसे खुद से सवाल करना होगा कि क्या उसे कप्तानी करनी चाहिये।
उन्होंने कहा , यदि उसे लगता है कि वही सही कप्तान है तो उसे सभी प्रारूपों में खेलने वाले खिलाडि़यों को बैठाकर पूछना चाहिये कि टीम को सही दिशा में कैसे ले जाया जाये।
भाषा