अश्विन और जडेजा को आराम दिया गया है। टेस्ट सीरीज में एक भी मैच नहीं मिलने के बाद मिश्रा ने धर्मशाला और दिल्ली दोनों वनडे में तीन-तीन विकेट चटकाकर शानदार प्रदर्शन किया। मिश्रा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाले तीसरे वनडे की पूर्व संध्या पर कहा, युवा खिलाडि़यों की मदद करने का अनुभव अभी तक अच्छा रहा है। जब भी उन्होंने मुझसे किसी भी चीज के बारे में पूछा है, मैंने उन्हें टिप्स दिये हैं। मैच में भी, वे बैठकों के दौरान मुझसे पूछते हैं और मैं जितना हो सकता हूं, उनकी मदद करने की कोशिश करता हूं। मैं इस भूमिका का लुत्फ उठा रहा हूं और मुझे लगता है कि युवाओं की मदद करना मेरा कर्तव्य है।
मिश्रा के लिये चैम्पियंस ट्राफी के लिये जगह बनाना इस समय तक तय नहीं है क्योंकि वह 2003 से अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद से ही सभी प्रारूपों में अंदर बाहर होते रहे हैं। वह खुशी-खुशी अक्षर पटेल और जयंत यादव जैसे युवाओं को टिप्स साझा कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिये कोच और पूर्व साथी अनिल कुंबले को आभार दिया।
उन्होंने कहा, अनिल भाई मेरी काफी मदद करते हैं। वह तकनीक के बारे में बात नहीं करते, वह मानसिक रूप से मदद करते हैं। उदाहरण के तौर पर मुझे टेस्ट मैचों के लिये अंतिम एकादश में नहीं चुना गया था लेकिन वह फिर भी मेरी मदद के लिये तैयार थे। इसके अलावा हम यह भी चर्चा करते हैं कि किस क्षेत्र में गेंदबाजी की जाये, किस रफ्तार से गेंदबाजी की जाये और किसी विशेष बल्लेबाज के लिये क्षेत्ररक्षण किस तरह का हो। यह काफी बड़ी सीख है।
मिश्रा ने कहा, हालांकि वह (कुंबले) गेंदबाज हैं, वह हमेशा बल्लेबाजों विशेषकर पुछल्ले बल्लेबाजों को टिप्स देते रहते हैं जो मैचों में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
भाषा