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एशेज पर फिक्सिंग की छाया, भारतीय सट्टेबाज का भी नाम आया

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच गुरुवार को पर्थ में एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट शुरू हुआ। यह क्रिकेट की...
एशेज पर फिक्सिंग की छाया, भारतीय सट्टेबाज का भी नाम आया

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच गुरुवार को पर्थ में एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट शुरू हुआ। यह क्रिकेट की सबसे प्रतिष्ठित द्विपक्षीय सीरीज मानी जाती है। मैच की शुरुआत से पहले ब्रिटिश समाचार पत्र ‘द सन’ की एक रिपोर्ट ने खलबली मचा दी है। फिक्सिंग की इस रिपोर्ट पर आइसीसी सहित क्रिकेट बोर्डों के प्रमुख ने गहरी चिंता जताई है। साथ ही कहा है कि ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं मिला है।

‘द सन’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि दो सट्टेबाजों ने पर्थ में चल रहे मैच में स्पॉट फिक्सिंग की पेशकश करते हुए दावा किया था कि इसके आधार पर बड़ी रकम जीतने के लिए सट्टा लगाया जा सकता है। इनमें एक सट्टेबाज भारतीय है जो ‘मिस्टर बिग’ के नाम से जाना जाता है। एक सट्टेबाज ने विश्व कप विजेता ऑलराउंडर सहित पूर्व और वर्तमान अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ काम करने का दावा किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के एक फिक्सर से संपर्क किया जिसे ‘द साइलेंट मैन’ के नाम से जाना जाता है।

रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड के किसी खिलाड़ी का नाम नहीं दिया गया है। अखबार ने बताया है कि उसके अंडरकवर रिपोर्टर से एक ओवर में कितने रन बनेंगे, जैसे स्पॉट फिक्स करने के लिए 1,40,000 पौंड तक की धनराशि मांगी गई थी। एक सट्टेबाज के हवाले से कहा गया है कि मैच से पहले मैं आपको बताऊंगा कि किस ओवर में कितने रन बनेंगे और फिर आप उस ओवर पर अपना सट्टा लगा सकते हैं। अखबार की 4 महीने तक चली कवायद में भारतीय फिक्सर की दुबई और नई दिल्ली के होटलों में गोपनीय तरीके से फिल्म तैयार की गई है। इस फिक्सर ने दावा किया कि भ्रष्ट खिलाड़ी मैदान पर किसी भी तरह के संकेतों जैसे दस्ताने बदलने से फिक्स करने का संकेत देगा। इसके बाद दर्शकों के बीच बैठा स्पॉटर सट्टेबाजों को बताएगा, जो भारतीय सट्टा बाजार में लाखों का सट्टा लगाएगा।

'द सन' ने कहा कि भारतीय फिक्सर ने दावा किया कि वे खिलाड़ियों को उनकी स्क्रिप्ट का अनुसरण करने के लिए कह सकते हैं, जैसे कि एक सत्र में कितने रन बनेंगे, कब विकेट गिरेगा और टॉस जीतने पर टीम को क्या करना चाहिए? रिपोर्ट में एक फिक्सर के हवाले से कहा गया है कि मैं एशेज टेस्ट में आपको काम दूंगा। पहले, दूसरे या तीसरे दिन। हमारे पास 2 सत्रों का काम है। एक सत्र की कीमत 60 लाख और 2 सत्र की 120 लाख रुपये है। अगर आपकी इसमें दिलचस्पी है तो हम 'साइलेंट मैन' से बात करेंगे। 'द सन' ने कहा कि उनके रिपोर्टर ने खुद को अंडरवर्ल्ड लंदन सट्टेबाजों के फाइनेंसर के रूप में पेश किया। भारतीय फिक्सर ने यह भी दावा किया कि वे ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश और आईपीएल जैसी लुभावनी टी-20 लीग को भी फिक्स कर सकते हैं।

आइसीसी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। आइसीसी के भ्रष्टाचार निरोधक प्रमुख एलेक्स मार्शल ने कहा कि इस मसले पर 'द सन' या फिर हमारी जांच के आधार पर शुरुआती आकलन में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे कहा जा सके कि वर्तमान टेस्ट मैच को फिक्स किया गया है। उन्होंने कहा कि अभी तक जांच से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि इस टेस्ट में खेलने वाला कोई खिलाड़ी कथित सट्टेबाजों के संपर्क में है।

'क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया' के प्रमुख जेम्स सरदरलैंड ने कहा क‌ि आइसीसी को सौंपे गए दस्तावेजों के आधार पर उन्हें पूरा विश्वास है कि इस टेस्ट मैच और यहां तक की पूरी एशेज श्रृंखला में भ्रष्ट गतिविधियों का संदेह करने का कोई कारण नजर नहीं आता है। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड  ने कहा है कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे कि यह कहा जा सके कि इंग्लैंड की टीम किसी भी तरह से इसमें संलिप्त है।

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