स्पॉट फिक्सिंग के नए दावों ने एक बार फिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को झकझोर कर रख दिया है। एक न्यूज चैनल की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि 2011 से 2012 के बीच इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों ने सात मैचों में स्पॉट फिक्सिंग की। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पांच, पाकिस्तानी खिलाड़ी तीन और एक अन्य देश का खिलाड़ी एक मैच में स्पॉट फिक्सिंग में शामिल रहा है।
उधर, आईसीसी ने उन आरोपों को खारिज किया है, जिसमें कहा गया है कि वह खेल में भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर नहीं है। आईसीसी ने कहा है कि उसने संबंधित चैनल से फुटेज की मांग की, लेकिन चैनल ने इनकार कर दिया।
अलजजीरा द्वारा जारी एक इन्वेस्टिगेटिव डॉक्यूमेंट्री में दावा किया गया है कि अनील मुनव्वर नाम के एक आरोपी ने छह टेस्ट, छह एकदिवसीय और तीन वर्ल्ड टी-20 मैचों में फिक्सिंग की। इसमें 2011 में लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया टेस्ट मैच भी शामिल है।
आईसीसी की ऐंटी करप्शन इकाई के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने कहा, “हम इस डॉक्यूमेंट्री को फिर से देखेंगे और हर तरह के आरोपों की जांच की जाएगी।” उन्होंने कहा कि आईसीसी स्टिंग के फुटेज की लगातार मांग कर रहा है, लेकिन अभी तक उसे चैनल से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।
चैनल का दावा है कि इसके पास मौजूद डॉजियर में मुंबई में जन्मे और दुबई में रहने वाले कथित सटोरिए अनील मुनव्वर और उसके साथियों की तस्वीर है, जो 2012 में श्रीलंका में टी-20 वर्ल्डकप के दौरान कथित रूप से विराट कोहली, रोहित शर्मा और उमर अकमल जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से बातें कर रहा है। हालांकि, चैनल ने यह भी साफ किया है कि इससे पता नहीं चलता है कि ये खिलाड़ी किसी गलत काम में शामिल थे।