बुधवार को आईसीसी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक हरभजन सिंह के अतिरिक्त पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी, बांग्लादेश के हबीबुल बशर, इंग्लैंड के इयान बेल, न्यूजीलैंड के शेन बांड, आस्ट्रेलिया के माइक हस्सी, श्रीलंका के कुमार संगकारा और दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ टूर्नामेंट के अन्य एम्बेसडर होंगे। चैंम्पियंस ट्राफी एक से 18 जून तक इंग्लैंड में होगी।
पिछली बार भारत बना था चैम्पियन
चैंम्पियंस ट्राफी का पिछला आयोजन वर्ष 213 में हुआ था और उस वक्त महेन्द्र सिंह धोनी के नेतृत्व में भारत ने खिताब जीता था। भारत इस वर्ष ग्रुप बी में है। ग्रुप बी की अन्य टीमें पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका हैं। भारत अपने पहले मुकाबले में 4 जून का पाकिस्तान से भिड़ेगा।
सम्मानित महसूस कर रहे हैं हरभजन
हरभजन सिंह उस भारतीय टीम के सदस्य थे जिसने 2002 में कोलंबो में श्रीलंका के साथ ट्राफी साझा की थी। आईसीसी द्वारा जारी बयान में हरभजन ने कहा, वैश्विक टूर्नामेंट का एम्बेसडर नियुक्त किया जाना सचमुच गर्व की चीज है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा भरोसा है कि गत चैम्पियन टीम इंडिया इसमें ऊंचाइयां हासिल करेगी।
भारत बचा सकता है खिताब
हरभजन सिंह ने अलग से अपने कालम में भी लिखा कि मौजूदा चैंपियन भारत के पास चैंपियन्स ट्राफी के खिताब का बचाव करने के लिये मजबूती, क्षमता और काबिलियत है। भारत मौजूदा चैम्पियन है और मेरा मानना है कि हमारे पास अपने खिताब का बचाव करने के लिये मजबूती, क्षमता और काबिलियत है। हमें केवल अपने खेल के सर्वोच्च पर रहने की जरूरत है।
हर टीम के पास रहेंगे मौके
उन्होंने कहा, यह नहीं भूलना चाहिए कि इस टूर्नामेंट में दुनिया की शीर्ष रैंकिंग वाली आठ टीमें भाग लेंगी। इसलिए हर टीम के पास मौके रहेंगे। जो भी टीम दबाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी वह जीत दर्ज करेगी। हरभजन ने कहा, अगर आप मुझसे विजेता की भविष्यवाणी करने के लिये कहोगे तो मैं खुशी से कहूंगा कि भारत। हां मुझे विश्वास है कि यह टीम 2013 में जीते गये खिताब का बचाव कर सकती है।
इंग्लैंड के हालात से बिठाना होगा तालमेल
अभी आईपीएल में मुंबई इंडियन्स की तरफ से खेल रहे इस 36 वर्षीय स्पिनर ने कहा कि भारत को इंग्लैंड की परिस्थितियों से जल्द से जल्द सामंजस्य बिठाना होगा। अगर हम टूर्नामेंट शुरू होने से कुछ दिन पहले वहां पहुंच जाते हैं तो इससे हमें परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में मदद मिलेगी। हरभजन ने कहा, इंग्लैंड में मौसम और पिच की परिस्थिति अलग तरह की होती है और कुछ दिन वहां बिताने से मदद मिलेगी।
एजेंसी