धोनी ने कहा, ‘उसे चार ओवर फेंकते देखकर अच्छा लगा। इससे हमारी ताकत बढेगी। आपको टीम में बदलाव की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोगों को लगता होगा कि सात बल्लेबाज रखने की क्या जरूरत है लेकिन अगर हार्दिक जैसी खिलाड़ी टीम में है तो इसमें क्या हर्ज है।’
उन्होंने कहा, ‘यदि वह 15 रन अतिरिक्त बनाता है और 160 के बजाय आप 165-175 रन बना लेते हैं तो यह गेंदबाजों के लिए अच्छा है। हमें उसके जैसे खिलाड़ी की जरूरत थी। वह गेम चेंजर है। हमें हार्दिक को कुछ बताना नहीं पड़ता। उसे सिर्फ एक बात आती है कि गेंद को पीटना है और वह ऐसा ही करता है। उसे चौके छक्के लगाना पसंद है। वह जितने ज्यादा मैच खेलेगा, उतना ही निखरेगा।’
उन्होंने कहा कि पंड्या के आने से टीम में जरूरी संतुलन बना है। उन्होंने कहा, ‘इस प्रारूप में वे खिलाड़ी योगदान दे सकते हैं जो गेंद और बल्ले दोनों के फन में माहिर हों। ज्यादा से ज्यादा हरफनमौला होना अच्छा है। युवी, रैना भी यह काम कर सकते हैं और हार्दिक भी है।’ धोनी ने 83 रन बनाने वाले रोहित शर्मा की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘बल्लेबाजी के लिए यह कठिन विकेट था। जब हमने 160 रन बना लिए, तब लगने लगा कि यह आसान विकेट है जबकि ऐसा था नहीं। इससे रोहित की पारी और भी खास हो गई है क्योंकि हमें तीन विकेट गिरने के बाद साझेदारी की जरूरत थी। उसी समय हार्दिक ने अपने शॉट्स खेले और रोहित ने उसे पूरी स्ट्राइक दी। रोहित ने भी उम्दा पारी खेली। उसी की वजह से हार्दिक बड़े शाट खेल सका।
उनकी कमर की तकलीफ के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि मैच के बाद यह तय करना मुश्किल है कि वह किस स्थिति में हैं। उन्होंने कहा, ‘मैच के बाद शरीर गर्म रहता है, लिहाजा गलत संकेत मिल सकते हैं। अगले दिन की स्थिति के बारे में पता चलेगा। मैं काफी दुविधा में था और मुझे लोगों को यह समझाने में कठिनाई हुई कि मैं 20 ओवर खेल सकूंगा। अभी अगले मैच में दो दिन है और हमारे पास पार्थिव भी है।’