आईसीसी ने बयान में कहा कि यह रिपोर्ट बीसीसीआई को भेज दी गई है जिसके पास जवाब देने के लिए 14 दिन का समय है। श्रृंखला के पहले मैच में नतीजा उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 333 रन से हराकर मेजबान के लगातार 19 मैच के अजेय अभियान पर रोक लगाई।
बयान के अनुसार, आईसीसी पिच और आउटफील्ड निगरानी प्रक्रिया के नियम तीन के तहत ब्राड ने अपनी रिपोर्ट आईसीसी को सौंपी जिसमें उन्होंने पिच के स्तर पर चिंता जताई है। बीसीसीआई के जवाब की समीक्षा आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक ज्यौफ अलार्डिस और आईसीसी मैच रैफरी के एलीट पैनल के रंजन मदुगले करेंगे।
यह पहली बार नहीं है जब मैच रैफरी ने भारतीय पिच को लेकर नकारात्मक टिप्पणी की है। दिसंबर 2015 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच नागपुर में तीसरे क्रिकेट टेस्ट की पिच को भी मैच रैफरी ने खराब करार दिया था।
तब भी मैच तीन दिन के भीतर खत्म हो गया था और भारत ने 124 रन से जीत दर्ज करके चार मैचों की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बनाई थी। पुणे की पिच पर गेंद पहले दिन से टर्न हो रही थी लेकिन इस पर खेलना असंभव नहीं था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया दोनों पारियों में 250 से अधिक रन बनाने में सफल रहा। भारत हालांकि दोनों पारियों में मिलाकर भी 74 ओवर नहीं खेल पाया। भाषा