Advertisement

अगर ज्यादातर खिलाड़ी खराब कर रहे हों तो एक-दो जगह सुधारने से कुछ नहीं होता: धोनी

चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मौजूदा आईपीएल में टीम के लगातार खराब प्रदर्शन पर...
अगर ज्यादातर खिलाड़ी खराब कर रहे हों तो एक-दो जगह सुधारने से कुछ नहीं होता: धोनी

चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मौजूदा आईपीएल में टीम के लगातार खराब प्रदर्शन पर अपनी बेबसी जताई है। उन्होंने कहा कि जब एक साथ चार-पांच खिलाड़ी फॉर्म खो बैठते हैं तो टीम के लिए वांछित परिणाम हासिल करना बेहद मुश्किल हो जाता है।

शुक्रवार को चेन्नई में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ हुए मुकाबले में एक और खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन के चलते सीएसके को पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार ने उनके प्लेऑफ में पहुंचने की संभावनाओं को लगभग खत्म कर दिया। सीएसके की टीम 154 रन पर ऑलआउट हो गई थी, जिसे सनराइजर्स ने आठ गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में धोनी ने कहा, "ऐसे टूर्नामेंट में अगर आपकी एक या दो जगहों पर कमी हो, तो उसे संभाला जा सकता है। लेकिन अगर आपकी टीम के अधिकांश खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हों तो हालात संभालना मुश्किल हो जाता है।"

सीएसके, जो वर्षों से टीम चयन में निरंतरता बनाए रखने के लिए जानी जाती है, इस सीजन में अब तक नौ मैचों में लगभग 19 खिलाड़ियों को मैदान में उतार चुकी है। धोनी ने कहा कि उन्हें अलग-अलग संयोजन आजमाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

उन्होंने कहा, "अगर अधिकांश खिलाड़ी अच्छा कर रहे हों, तो आप उन्हें कुछ अतिरिक्त मैचों का मौका देते हैं और अगर फिर भी बात नहीं बनती तो बदलाव करते हैं। लेकिन अगर चार खिलाड़ी एक साथ फॉर्म में नहीं हों तो आपको बदलाव करने ही पड़ते हैं, क्योंकि आप बस लगातार उसी टीम के साथ आगे नहीं बढ़ सकते।"

सीएसके के लिए यह आईपीएल इतिहास के सबसे खराब सत्रों में से एक रहा है। टीम इस समय सात हार के साथ अंकतालिका में सबसे नीचे है। खास बात यह है कि उनमें से चार हार चेपॉक में आई हैं, जो लंबे समय तक सीएसके का किला माना जाता था। चाहे वह विदेशी खिलाड़ी डेवोन कॉनवे, रचिन रविंद्र, सैम करन हों या भारतीय खिलाड़ी राहुल त्रिपाठी, दीपक हूडा और विजय शंकर — कोई भी शुरुआती नौ मुकाबलों में दमदार प्रदर्शन नहीं कर पाया।

धोनी ने खासतौर पर बल्लेबाजों के बीच के ओवरों में स्पिनरों के खिलाफ संघर्ष को टीम की खराब स्थिति का एक बड़ा कारण बताया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के युवा खिलाड़ी डेवाल्ड ब्रेविस को भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में देखा।

ब्रेविस ने SRH के खिलाफ 42 रन बनाए और स्पिनरों के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी दिखाई, जो धोनी के अनुसार टीम के लिए राहत की बात है।

धोनी ने कहा, "मुझे लगता है कि ब्रेविस ने अच्छी बल्लेबाजी की। हमें मिडिल ऑर्डर में इसी तरह की बल्लेबाजी की जरूरत है, जहां हम स्पिनरों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। जब स्पिनर आते हैं तो या तो आप अपनी बल्लेबाजी कौशल से गैप्स में शॉट खेलें या फिर बड़े शॉट्स लगाएं।"

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हम इसी चीज में कमजोर रहे हैं और स्पिनरों के खिलाफ तेज गति से रन नहीं बना पाए हैं। हम पर्याप्त रन नहीं बना रहे हैं, और आज के समय में यह बहुत जरूरी हो गया है। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि हर पिच पर 180-200 रन बनाना जरूरी नहीं है, लेकिन परिस्थितियों का आकलन कर सही स्कोर खड़ा करना जरूरी है।"

धोनी ने आगे कहा, "मैं यह नहीं कह रहा कि हर बार 180-200 रन बनाने की जरूरत है, लेकिन कंडीशंस को समझकर बोर्ड पर अच्छा स्कोर लगाना बहुत जरूरी है।"

उन्होंने शुक्रवार के मैच में बल्लेबाजी विफलता को लेकर भी दो टूक कहा कि पिच अच्छी थी और उनकी टीम ने बहुत कम स्कोर बनाया। धोनी ने कहा, "हमने लगातार विकेट गंवाए। पहले पारी में पिच बल्लेबाजी के लिए काफी बेहतर थी और 155 रन का स्कोर इस विकेट पर बिल्कुल भी जायज नहीं था। हां, 8-10 ओवर के बाद पिच थोड़ी दो-गति वाली हो गई थी, खासकर तेज गेंदबाजों के लिए, लेकिन कुछ असाधारण नहीं था।"

उन्होंने अंत में कहा, "मुझे लगता है कि हम 15-20 रन और बना सकते थे। दूसरी पारी में स्पिनरों को थोड़ी मदद जरूर मिली, हमारे स्पिनरों ने अच्छी गेंदबाजी की और सही जगह गेंद डाली, पिच थोड़ी रुक रही थी, लेकिन फिर भी हम 15-20 रन कम थे।"

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad