भारत को लगातार दूसरी बार करारी शिकस्त देकर मेहमान टीम तीन मैचों की शृंखला में 2-0 से आगे हो गई। इस बीच दर्शकों ने दो बार बोतलें और जूते-चप्पल फेंककर खेल में बाधा पहुंचाई जिस वजह से दोनों बार खेल रोकना पड़ गया।
भारतीय बल्लेबाज एक के बाद ताश के पत्तों की तरह बिखरते गए और इसके कुल छह बल्लेबाज दहाई के अंक तक पहुंचे बगैर ही पवेलियन लौट गए। इनमें कप्तान धोनी (5) भी शामिल रहे। रोहित शर्मा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब-जब उनकी जरूरत महसूस हुई है, वह गैर-जिम्मेदाराना पारी खेलकर टीम को लुटिया डुबाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। शिखर धवन (11) जब माॅरिस की गेंद पर एलबीडब्ल्यू होकर उनका साथ छोड़ गए तो विराट कोहली भी एक रन बनाकर ही रन आउट होकर चलते बने। ऐसे में उन्होंने टिककर खेलने के बजाय कोहली की नकल में रन आउट होकर टीम को मझधार में छोड़ गए।
भारतीय बल्लेबाजों का आलम यह रहा कि रोहित शर्मा और सुरेश रैना ही सिर्फ 22-22 रन बनाए पाए। इसके बाद स्कोर बढ़ाने में शिखर धवन और आर. अश्विन (11) का ही योगदान रहा जिनका स्कोर अतिरिक्त रन के बराबर था। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से माॅर्केल ने तीन विकेट और माॅरिस तथा इमरान ताहिर ने दो-दो विकेट झटके। माॅर्केल को मैन आॅफ द मैच घोषित किया गया।
जवाब में उतरी एबी डिविलियर्स (19) और हाशिम अमला (1) की सलामी जोड़ी को अश्विन ने जब सस्ते में चलता किया तो थोड़ी उम्मीद बंधी कि मैच में अभी जान बाकी है। इसके बाद डुप्लेसिस (16) भी अश्विन का शिकार बने तो दर्शकों में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन डुमिनी (30 नाबाद) और बहरदीन (11) जब ताबड़तोड़ रन बटोरने लगे तो दर्शकों का धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने मैदान पर बोतलें फेंकनी शुरू कर दी जिस कारण अंपायरों ने मैच रोकने का फैसला किया। ऐसा उग्र व्यवहार दर्शकों की तरफ से दो बार किया गया और दोनों बार मैच रोकना पड़ा।
कटक में शृंखला की हार, दर्शकों का व्यवहार दोनों शर्मनाक
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में भारतीय टीम के घटिया प्रदर्शन के कारण तीन मैचों की शृंखला तो गंवानी ही पड़ी, उग्र दर्शकों के शर्मनाक व्यवहार ने भी भद्रजनों के इस खेल को शर्मसार कर दिया। भारतीय टीम महज 17.2 ओवर में 92 रन बनाकर सिमट गई। दक्षिण अफ्रीका ने इस आसान लक्ष्य को छह विकेट और 17 गेंद रहते हासिल कर लिया।

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