भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की सीरीज का तीसरा मैच रविवार को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जा रहा है। भारत पहले ही सीरीज के में 2-0 से आगे है। भारतीय टीम ने अगर तीसरा वनडे मैच भी जीत लिया तो सारीज भी जीत जाएगी। इसलिए ऑस्ट्रेलिया के लिए ये करो या मरो वाला मैच है।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरे 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 293 रन बनाए।
पिछले दो मैचों से चोट के कारण बाहर बैठे एरॉन फिंच (124) ने शतक जड़ कर शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को भारत खिलाफ मजबूत स्कोर प्रदान किया। फिंच के अलावा कप्तान स्टीव स्मिथ ने 63 रन बनाए।
फिंच और स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 154 रनों की साझेदारी की। इस जोड़ी के सामने न भारतीय तेज गेंदबाज चले न पिछले दो मैचों से मेहमान टीम को परेशान करने वाले चाइनामैन कुलदीप यादव और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की जोड़ी चली।
ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में शुरुआत भी अच्छी मिली। पुराने साथी की मैदान पर वापसी के साथ डेविड वार्नर ने भी बल्ले से 42 रनों का योगदान दिया। फिंच और वार्नर की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़ते हुए अपनी टीम को मनमाफिक शुरुआत दी।
वार्नर को हार्दिक पांड्या ने अर्धशतक पूरा करने से रोका। हालांकि इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को विकेट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। 224 के कुल स्कोर पर आखिरकार कुलदीप ने फिंच को केदार जाधव के हाथों लपकवाकर पवेलियन भेजा। फिंच ने 125 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके और पांच छक्के लगाए।
कप्तान स्मिथ 243 के कुल स्कोर पर कुलदीप का ही शिकार बने। उन्होंने 71 गेंदों का सामना किया और पांच चौके लगाए। इन दोनों के जाने के बाद पिछले मैच में अर्धशतक लगाने वाले मार्कस स्टोइनिस (नाबाद 27) ने एक छोर संभाले रखा और टीम को 290 के आंकड़े तक पहुंचाया। लेकिन, स्टोइनिस को दूसरे छोर से अच्छा साथ नहीं मिला और इसी कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम 300 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई।
स्मिथ के जाने के बाद अगले ओवर में चहल ने खतरनाक ग्लैन मैक्सवेल (5) को छकाते हुए महेंद्र सिंह धौनी के हाथों स्टम्पिंग कराया। ट्रेविस हेड चार, पीटर हैंड्सकॉम्ब तीन रनों का ही योगदान दे सके। स्टोइनिस के साथ एश्टन अगर छह गेदों में एक चौके की मदद से नौ रन बनाकर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से कुलदीप और बुमराह ने दो-दो विकेट लिए। पांड्या और चहल को एक-एक सफलता मिली।