अश्विन ने बीसीसीआई टीवी से कहा, पिछले मैच में जिस तरह से विरोधी टीम ने खेला, उससे मुझे पता चल गया कि वे हालात के मुताबिक काफी ढल चुके हैं। मसलन उन्होंने राजेंद्र चंद्रिका से पारी का आगाज कराया। जिस तरीके से उसने बल्लेबाजी की, उससे मुझे पता चल गया कि वे क्या करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, पिछले एक-दो साल में उन्होंने पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन किया लिहाजा हमारे लिये पहली पारी में उन पर भारी पड़ना चुनौतीपूर्ण होगा। पहली पारी काफी महत्वपूर्ण होगी।
वेस्टइंडीज बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ पहले अभ्यास मैच में बाहर रहे अश्विन ने कहा कि वेस्टइंडीज की धीमी होती विकेट उनके लिये बड़ी चुनौती होगी और वह श्रृंखला के दौरान ऊबाउ गेंदबाजी करने के लिये तैयार हैं। उन्होंने कहा, यहां की गर्मी और विकेटों के कारण यह काफी चुनौतीपूर्ण होगा। यह अहम होगा कि हम हालात के अनुकूल कितनी जल्दी ढलते हैं। पिछले मैच में महसूस हुआ कि उनके विकेट धीमे हो गए हैं। यह काफी चुनौतीपूर्ण है। मुझे लंबी और ऊबाउ गेंदबाजी के लिये तैयार रहना होगा। वेस्टइंडीज के बल्लेबाजी क्रम के बारे में पूछने पर अश्विन ने कहा, यह अच्छा लाइन अप है। उनके पास हरफनमौला खिलाड़ी हैं जो अच्छी गेंदबाजी और बल्लेबाजी कर सकते हैं। देखना यह है कि वे क्या रणनीति अपनाते हैं। हमारे पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है और हमें सिर्फ एक शुरूआती सफलता की जरूरत है जो हम हासिल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि इस श्रृंखला में सब्र सफलता की कुंजी होगा। उन्होंने कहा, विकेट धीमे हो चले हैं लेकिन गेंदबाजी उतनी भी आसान नहीं होगा। हमें संयम के साथ गेंदबाजी करनी होगी। पिछले मैच में मिश्रा ने 15-16 ओवर फेंके और उसे पहली कामयाबी मिलने के बाद उनके विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे। टेस्ट मैच में पहले दो दिन स्पिनरों के लिये कुछ नहीं होता लेकिन उसके बाद हम उछाल का फायदा ले सकते हैं। अब तक 32 टेस्ट में छह अर्धशतक जमा चुके अश्विन ने कहा कि उन्होंने भारत के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ के साथ अपनी बल्लेबाजी पर काफी मेहनत की है। उन्होंने कहा, मैंने अपनी बल्लेबाजी पर मेहनत की है और कोचिंग स्टाफ के साथ कुछ लक्ष्य तय किये हैं। पहले चरण में विकेट बचाकर खेलना और फिर रनगति बढाना लक्ष्य होगा। संजय भाई ने काफी मेहनत की है और मेरी प्रगति से खुश हैं।
एजेंसी