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भारत दे 10,000 वेंटिलेटर, पाकिस्तान हमेशा रखेगा याद; वनडे-सीरीज का प्रस्ताव: शोएब अख्तर

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत और पाकिस्तान में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए...
भारत दे 10,000 वेंटिलेटर, पाकिस्तान हमेशा रखेगा याद; वनडे-सीरीज का प्रस्ताव: शोएब अख्तर

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत और पाकिस्तान में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए धन जुटाने के मकसद से दोनों देशों के बीच तीन मैचों की वनडे क्रिकेट सीरीज आयोजित करने का प्रस्ताव रखा। पाकिस्तान स्थित एक संगठन द्वारा भारत पर 2007 में आतंकवादी हमले के बाद से दोनों देशों ने एक दूसरे के खिलाफ पूर्ण सीरीज नहीं खेली है। दोनों का सामना आईसीसी टूर्नामेंटों और एशिया कप में हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे समय में भारत हमें 10,000 वेंटिलेटर देता है तो पाकिस्तान इसे हमेशा याद रखेगा।

तीन मैचों की सीरीज

शोएब ने इस्लामाबाद में पीटीआई को बताया, “संकट के इस दौर मैं दोनों देशों के बीच तीन मैचों की सीरीज का प्रस्ताव रखता हूं। पहली बार इस सीरीज का नतीजा कुछ भी निकले, दोनों देशों के क्रिकेटप्रेमियों को दुख नहीं होगा।“ उन्होंने कहा, “विराट कोहली शतक जमाते हैं तो हम खुश होंगे। बाबर आजम शतक ठोकते है तो आप खुश होंगे। मैच का नतीजा जो भी निकले, दोनों टीमें विजयी होंगी।“

दोनों देश एक दूसरे के लिए खेल सकते हैं

शोएब ने आगे कहा, “इस मैच को काफी दर्शक देखेंगे। पहली बार दोनों देश एक दूसरे के लिए खेलेंगे। इससे जो भी पैसा मिलेगा,वह कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए दोनों देशों में बराबर बांट दिया जाए।“ उन्होंने कहा कि इस समय सभी घरों में बैठे हैं तो वे यह मैच देखेंगे। भले ही अभी नहीं, लेकिन जब हालात दुरुस्त होने लगे तो यह दुबई में खेले जा सकते हैं। इसके लिए चार्टर्ड फ्लाइट का इंतजाम भी किया जा सकता है।

पाकिस्तान हमेशा रखेगा याद

शोएब ने कहा कि इससे दोनों देशों के राजनयिक संबंध भी सुधर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संकट के इस दौर में दोनों देशों को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। भारत अगर हमें 10,000 वेंटिलेटर देता है तो पाकिस्तान इसे हमेशा याद रखेगा। हम तो सिर्फ मैचों की पेशकश कर सकते हैं। बाकी अधिकारियों को तय करना हे। आगे उन्होंने कहा,“पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी की चैरिटी की मदद का अनुरोध करने वाले युवराज सिंह और हरभजन सिंह की आलोचना करना अमानवीय है। इस समय बात देश या धर्म की नहीं बल्कि इंसानियत की है।“

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