मेलबर्न वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराकर भारत ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहली बार कोई बाइलैटरल (द्विपक्षीय) वनडे सीरीज जीतने का बड़ा कारनामा किया है। भारत ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर पहली बार कोई द्विपक्षीय वनडे सीरीज में जीत हासिल की है। इस वनडे सीरीज जीत के साथ ही भारत ने 2018-2019 ऑस्ट्रेलियाई दौरे का अंत बिना कोई सीरीज गंवाए किया है। यह पहला मौका है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में एक ही दौरे पर दो सीरीज यानी टेस्ट और वनडे सीरीज अपने नाम की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में कुल 193 रन बनाने वाले महेंद्र सिंह धोनी को इस शानदार प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द सीरीज' चुना गया।
भारत की इस जीत के नायक लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और एमएस धोनी रहे। चहल ने मैच में छह विकेट लिए। उनके इस प्रदर्शन की वजह से सीरीज के तीसरे और निर्णायक मैच में भारत ने आज यहां ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से मात दी। चहल की जादुई गेंदबाजी के चलते भारत के न्योते पर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया टीम 48.4 ओवर में 230 रन पर सिमट गई। जवाब में भारत ने 231 रन का टारगेट 49.2 ओवर में तीन विकेट खोकर पा लिया। टीम इंडिया के लिए धोनी सबसे ज्यादा 87 रन और केदार जाधव 61 रन बनाकर नाबाद रहे। विराट कोहली ने 46 रन बनाए। सीरीज में धोनी ने तीन वनडे में अर्धशतक जमाए। अपनी बल्लेबाजी से माही ने उन आलोचकों को करारा उत्तर दिया जो उनकी बल्लेबाजी की क्षमता पर प्रश्न खड़ा कर रहे थे।
70 साल में यह पहला मौका है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में एक ही दौरे पर दो सीरीज (टेस्ट और वनडे) अपने नाम की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने तीन मैचों की टी-20 सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म की। उसके बाद टेस्ट सीरीज में 2-1 से ऐतिहासिक जीत दर्ज की और अब वनडे इंटरनेशनल सीरीज भी भारत 2-1 से जीतने में सफल रहा।
वनडे सीरीज की बात करें तो टीम इंडिया ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की धरती पर 12 सीरीज खेली हैं, मगर इसमें एक सीरीज को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी मल्टीनेशन वनडे सीरीज रहीं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकमात्र द्विपक्षीय वनडे सीरीज साल 2016 में खेली गई थी। पांच मैचों की इस सीरीज में भारत को 1-4 से हार झेलनी पड़ी थी। ओवरऑल रिकॉर्ड देखा जाए तो भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कुल 51 वनडे खेले हैं जिसमें 13 में उन्हें जीत मिली जबकि 36 मैच हार गए और 2 बेनतीजा रहे।