वार्नर छह पारियों में सिर्फ 131 रन बना सके और बेंगलूर टेस्ट की पहली पारी में बनाये 33 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा। उन्होंने कहा, मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं और गेंद को बखूबी पीट भी रहा हूं लेकिन बस रन नहीं बन रहे। रन भी बनेंगे। मैं फार्म में लौटूंगा। मुझे अनुशासित प्रदर्शन जारी रखते हुए अपनी तैयारी समान रखनी होगी।
उन्होंने कहा कि खराब दौर का सामना करने वाले वह पहले क्रिकेटर नहीं हैं।
उन्होंने कहा, हर जगह आंकड़ों का बोलबाला है। मेरे लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाना अहम है। विश्व क्रिकेट में सभी खराब दौर से गुजरते हैं, चाहे महान खिलाड़ी हों या लीजैंड।
वार्नर ने कहा , मैं अपने आप से कहता रहता हूं कि मैने काफी मेहनत की है और यूं रातोरात उस पर पानी नहीं फिर सकता। मैने क्रिसमस के दौरान दूसरों से बात की जिन्हें मेरे विकेटों में कोई ट्रेंड नजर नहीं आया। मैने अभ्यास में कोई बदलाव नहीं किया। मुझे खुद पर भरोसा रखते हुए खेलना होगा।
भाषा