कर्नाटक प्रीमियर लीग में सट्टेबाजी का मामला सामने आया है। कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) की फ्रेंचाइजी बेलगावी पैंथर्स के मालिक अली असफाक थारा को टूर्नामेंट में सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। थारा को बेंगलुरु में सोमवार को सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने गिरफ्तार किया और कर्नाटक पुलिस एक्ट के तहत जुए के लिए बुक किया। संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संदीप पाटिल के मुताबिक ऐसे पर्याप्त सबूत मिले है, जिससे पता चलता है कि इस साल केपीएल में सट्टेबाजी में थारा शामिल थे।
गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त सबूत थे
पाटिल ने एक खेल वेबसाइट को बताया कि मैच के दौरान सट्टेबाजी में टीम का मालिक शामिल पाया गया है। हमारे पास ये दिखाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि वह सट्टेबाजी में शामिल था। बेलगावी पैंथर्स की टीम हाल ही में संपन्न केपीएल के आठवें एडिशन में हुबली टाइगर्स से क्वालिफायर दो में हारी थी। यह टूर्नामेंट देश की पहली ऐसी टी-20 लीग है, जिसका आयोजन राज्य क्रिकेट एसोसिएशन करती है। कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) इसका आयोजन करती है। पैंथर्स की टीम का प्रतिनिधित्व भारतीय बल्लेबाज मनीष पांडे भी करते हैं।
2017 में टीम को खरीदा था
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) ने केपीएल टूर्नामेंट आजोजित कराया था, जो 16 अगस्त से 31 अगस्त तक खेला गया था। इसी टूर्नामेंट में एक टीम यात्रा और पर्यटन व्यवसायी अशफाक अली थारा की थी। अशफाक ने साल 2017 में बेलगावी पैंथर्स टीम को खरीदा था।
मैच फिक्सिंग की भी होंगी जांच
पाटिल के मुताबिक पुलिस अपनी जांच में यह भी पता करेगी कि थारा किसी प्रकार से मैच फिक्सिंग में शामिल तो नहीं हैं। उल्लेखनीय है कि थारा ने पुलिस को जानकारी दी थी कि वह एक बुकी के संपर्क में हैं। पाटिल ने कहा कि थारा जिस बुकी के साथ सट्टेबाजी करते हैं, वह कथित तौर पर दुबई में रहता है। अगर किसी टीम का मालिक सट्टेबाजी कर रहा है तो यह देखना होगा कि मैच फिक्सिंग तो नहीं हुई।
कई खिलाड़ियों के संपर्क में थे
सीसीबी ने अशफाक अली थारा से कई दिनों तक पूछताछ की और फिर बेंगलुरु से उनको गिरफ्तार कर लिया गया। अशफाक अली थारा के अलावा केपीएल से जुड़ी अन्य टीमों के खिलाड़ियों से भी पूछताछ की जा रही है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि केपीएल के 12 खिलाड़ी भी संदेह के घेरे में हैं, जो सट्टेबाजी के लिए अशफाक के साथ कथित रूप से शामिल थे। पाटिल ने कहा कि पुलिस खिलाडि़यों और टीम अधिकारियों से भी जांच के तहत बातचीत कर रही है। उन्होंने बताया केपीएल के दौरान अली खिलाडि़यों और अन्य टीमों के संपर्क में भी थे। खिलाडि़यों से बातचीत की जा रही है।
यह दूसरा मामला है
सीसीबी इस समय केएससीए और बीसीसीआई की भ्रष्टाचार विरोधी ईकाई (एसीयू) दोनों से संपर्क में हैं, जो केपीएल का बचाव करती है। वैसे, राज्य आधारित टी-20 लीग में भ्रष्टाचार का यह दूसरा मामला सामने आया है। हाल ही में बीसीसीआई एसीयू ने कहा था कि इस साल तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) में भी मैच फिक्सिंग संबंधित जानकारी निकलकर सामने आई है। टीएनपीएल के दौरान खिलाडि़यों से बुकियों ने संपर्क किया था।
सात टीमों ने लिया था भाग
कर्नाटक प्रीमियर लीग में दक्षिणी राज्य के प्रमुख शहरों और कस्बों की सात टीमों ने भाग लिया था, जिसमें भारतीय टीम के कई खिलाड़ी खेले थे। केपीएल 2019 में खेलने वाली सात टीमों में बेंगलुरु ब्लास्टर्स, बेल्लारी टस्कर्स, बीजापुर बुल्स, हुबली टाइगर्स, मैसूरु वॉरियर्स, नम्मा शिवमोगा और बेलगावी पैंथर्स टीम का नाम शामिल है।