मुंबई टेस्ट में जीत के साथ कोहली की अगुवाई वाली टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज अपने नाम कर ली और यह शानदार प्रदर्शन न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ पिछली श्रृंखलायें जीतने के बाद आया है।
कल से शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट से पहले टीम पर सीरीज जीत दर्ज करने का खुमार छाया है तो कोहली ने नकारात्मक जवाब दिया। उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है, हम अब भी समझते हैं कि हमें अभी दुनिया में हर जगह काफी क्रिकेट खेलना है। हमें सिर्फ इसी चरण के बारे में नहीं सोचना है।
उन्होंने कहा, यह कहना सचमुच बहुत अच्छा लगता है क्योंकि हम बदलाव के दौर से निकले हैं और हमने तुरंत मैच जीतना शुरू कर दिया। लेकिन मैं इसे अति आत्मविश्वासी भी नहीं कहूंगा। कोहली ने कहा, जैसा कि मैंने कहा, यह चलने वाली प्रक्रिया है और हमें शीर्ष स्तरीय टीम बनने और विश्व क्रिकेट पर छाप छोड़ने के लिये इसे अगले पांच-सात या आठ वर्षों तक जारी रखना होगा।
कोहली ने माना कि उनका ध्यान सिर्फ टेस्ट मैचों में ही नहीं बल्कि सभी प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन करने पर लगा होगा। उन्होंने कहा, हम सभी प्रारूपों में ऐसा करना चाहते हैं और विश्व मंच पर भारतीय क्रिकेट की छाप छोड़ना चाहते हैं लेकिन इसमें काफी दृढ़ता और कौशल की जरूरत है, आपकी फिटनेस पर काफी कड़ी मेहनत की आवश्यकता है। ये अहम कारक हैं जो फैसला करेंगे कि हम बतौर इकाई कहां तक पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो हम जीत के खुमार में नहीं हैं, हम प्रत्येक प्रतिद्वंद्वी टीम का सम्मान करते हैं, हम हर बार स्वीकार करते हैं कि हम दबाव में हैं और हम जानते हैं कि टीम हमें दबाव में डालेंगी। हम इसकी प्रशंसा करते हैं, हम इसे स्वीकार करते हैं और हम इससे पार पाने का तरीका भी ढूंढने की कोशिश करते हैं। कप्तान ने कहा, मुझे लगता है कि हमारे लिये अहम कुंजी यही रही है और जैसा कि मैंने कहा कि यह एक प्रक्रिया है जो अगले सात-आठ साल तक चलनी चाहिए। कल के मैच के बारे में कोहली ने कहा कि मेजबानों के लिये यह काफी अहमियत रखता है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि हम सीरीज में 4-0 की जीत के बारे में सोच रहे हैं। हमारे लिये प्रत्येक मैच दूसरे मुकाबले से अलग है और हमारे लिये एक टेस्ट मैच जीतने की इच्छा और जज्बा समान रहेगा, भले ही हमने सीरीज जीती हो या नहीं, या फिर यह ड्रा रही हो।
भाषा