भारत ने इस तरह पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली। उन्होंने कहा, पांच गेंदबाजों को खिलाना शानदार रहा। इस टेस्ट की सबसे बड़ी सकारात्मक चीज यही है कि तेज गेंदबाजों ने किस तरह की गेंदबाजी की और जयंत का पदार्पण। जयंत को इंग्लैंड की पहली पारी में एक विकेट मिला, उसने कुछ रन बनाये और फिर दूसरी पारी में तीन विकेट हासिल किये।
उन्होंने कहा, इस तरह के योगदान हमेशा अमूल्य होते हैं। एक युवा खिलाड़ी का आना और अपने कप्तान को कहना कि वह ऐसा क्षेत्ररक्षण चाहता है, वह ऐसी लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी करना चाहता है, इससे दिखता है कि वह क्या कर रहा है, वह जानता है। मैं उसके लिये काफी खुश हूं।
टीम के बल्लेबाजी प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए कोहली ने कहा, काफी लोगों ने राजकोट में टीम के प्रदर्शन पर सवाल उठाये थे। इसलिये हम इस मैच को जीतना चाहते थे। हम सुनिश्चित करना चाहते थे कि हम पांच सत्र तक बल्लेबाजी करें और 450 से ज्यादा रन का स्कोर बनाये, जो हमने किया। इसके बाद गेंदबाजों ने दबदबा बनाया।
कोहली को दो पारियों में 167 और 81 रन की पारी खेलने के लिये मैन आफ द मैच चुना गया।
भाषा