गावस्कर और लक्ष्मण ने स्वीकार किया कि मीडिया के साथ काम आसान नहीं होता है लेकिन उन्होंने बुरे दौर में सार्वजनिक रूप से अपना आपा नहीं खोया।
गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, मैं आईने के सामने खड़े होकर खुद को देखने की कोशिश करता हूं और उन सभी चीजों को अपनी व्यवस्था से हटाने की कोशिश करता हूं जो मुझे परेशान करती हैं और दबाव की परिस्थितियों में भी शांत बने रहने की कोशिश करता हूं। मैं कामना करता हूं कि मैं महेंद्र सिंह धोनी या लक्ष्मण जैसा शांतचित बन सकूं। ब्योन बोर्ग (महान टेनिस खिलाड़ी) जैसा बन सकूं जो दबाव में भी बहुत शांत रहते हैं। उन्होंने कहा, मीडिया की भूमिका अहम होती है। खिलाडि़यों, प्रशासकों, मीडिया, प्रशंसक और प्रायोजकों सभी को क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिये काम करना चाहिए। इसके साथ ही मीडिया को भी वही रिपोर्ट करनी चाहिए जो वे देखें। जो तथ्यपरक हो। वह नहीं जो उन्होंने सुना हो। उन्हें कयासबाजी नहीं करनी चाहिए।
लक्ष्मण ने कहा कि इस विवाद को खत्म करने का अच्छा तरीका यही है कि कोहली संबंधित पत्रकार से माफी मांग ले। लक्ष्मण ने कहा, मेरा मानना है कि इस विवाद को खत्म करने का यही रास्ता है। कोहली को संबंधित पत्रकार के पास जाकर कहना चाहिए, मैंने आपको दूसरा पत्रकार समझने की गलती है। इससे यह मसला समाप्त हो सकता है। उन्होंने कहा, मैंने कभी अपना आपा नहीं खोया, केवल एक बार एेसा हुआ और उस बारे में सभी जानते हैं। लेकिन यह सब ड्रेसिंग रूम की दीवारों के भीतर हुआ सार्वजनिक तौर पर कभी नहीं। वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा को भी लगता है कि कोहली और मीडिया को आगे बढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा, यह (मीडिया के साथ रिश्ता) हमेशा मुश्किल रहा है। यह कभी आसान नहीं रहा। मैं मीडिया से दूर भागता था। एेसा होता है लेकिन मुझे लगता है कि दोनों पक्षों को खेल की भलाई के लिए आगे बढ़ना चाहिए और विश्व कप पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।