दोहरा शतक जड़ने के लिए मैन आफ द मैच बने कोहली ने कहा कि जब भारत ने पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी तो उन्हें पता था कि जीत लगभग तय है। उन्होंने कहा, 231 रन की बढ़त विरोधी को तोड़ देती है। हमने उनके हावभाव देखे थे और हमें पता था कि इस बढ़त के साथ मैच हमने जीत लिया है। कोहली ने कहा कि मैच से पहले वह नर्वस थे लेकिन वास्तविक लक्ष्य तय करने से मदद मिली।
सत्र का तीसरा दोहरा शतक जड़ने वाले कोहली ने कहा, हम एेसे भारतीय विकेटों पर नहीं खेले थे जिस पर काफी उछाल हो इसलिए सामंजस्य बैठाना जरूरी था। मैं इस मैच से पहले नर्वस था। बीच में कुछ विकेट जल्दी गिरे जिससे दबाव बढ़ा। मैंने वास्तविक लक्ष्य रखे, पहले स्कोर बराबर करो और फिर बढ़त के बारे में सोचो। एक या दो घंटे मैच का नक्शा बदल सकते हैं। कोहली ने कहा, सभी को श्रेय। विजय ने चैम्पियन की तरह पारी खेली और यह उनके जज्बे को दिखाता है। जयंत के लिए भी इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।
दूसरी तरफ इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक को मौकों का फायदा नहीं उठा पाने का मलाल है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि 400 रन इस विकेट पर अच्छा स्कोर था। कीटन :जेनिंग्स: काफी अच्छा खेला, दो विकेट पर 230 रन के बाद हमें 450 रन बनाने चाहिए थे। आंकड़ों के अनुसार इस मैदान पर 400 अच्छा स्कोर है। गेंदबाजी करते हुए हमें मौके मिले। हम फिलहाल उन मौकों का फायदा नहीं उठा पा रहे।
कुक ने कहा, विराट ने असाधारण पारी खेली लेकिन 60 रन के आस पास हमारे पास उसे आउट करने का मौका था। हमें इन चीजों को बदलना होगा। हम तीन दिन तक मैच में बने हुए थे लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। हम भारत की बराबरी नहीं कर पाए। इंग्लैंड मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा और कुक ने स्वीकार किया कि अतिरिक्त स्पिनर को नहीं खिलाना गलती थी।
भारत की जीत मेंं विराट कोहली के अलावा दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी अहम योगदान दिया। अश्विन ने 55 रन देकर छह विकेट चटकाते हुए इंग्लैंड के निचले क्रम को ध्वस्त करते हुए टीम को 55.3 ओवर में 195 रन पर समेटा। मैच के अंतिम दिन भारत ने सिर्फ आठ ओवर में चार विकेट चटकाकर जीत की औपचारिकता पूरी की। भाषा एजेंसी