वैसे तो यह महज एक मामूली तारीख है, लेकिन अपनी बड़ी शख्सियत के बूते छोटे कद के एक खिलाड़ी ने इसे बड़ा बना दिया। इसी तारीख को एक 16 साल के मासूम से चेहरे और घुंघराले बाल वाले लड़के ने इंटरनेशनल क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था। बाद में पूरी दुनिया उसे 'क्रिकेट के भगवान' का दर्जा देने लगी। इस खिलाड़ी का नाम था सचिन रमेश तेंडुलकर। पाकिस्तान के खिलाफ कराची के मैदान पर सचिन तेंदुलकर पहली बार क्रिकेट से सबसे खतरनाक फॉर्मेट में उतरे थे। 16 साल और कुछ ही महीने की उम्र में सचिन तेंडुलकर ने अपना डेब्यू किया था। इसके बाद जो हुआ वो क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया।
श्रीकांत थे कप्तान
1989 में भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया। टीम की कप्तानी संभाल रहे थे उसे दौर के धाकड़ बल्लेबाजों में शुमार कृष्णामचारी श्रीकांत। टीम में गावस्कर, वेंगसरकर और मोहिंदर अमरनाथ जैसे दिग्गज शामिल नहीं थे। ऐसे में टीम में पहली जगह बनाने वाले सचिन के लिए यह दौरा एक बेहतरीन मौका था।
सचिन महज 15 रन ही बना पाए थे
कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 409 रन बनाए थे, जिसके जवाब में टीम इंडिया ने 262 पर ही सिमट गई थी। सचिन महज 15 रन ही बना पाए और एक शानदार इनस्विंग गेंद पर क्लीन बोल्ड हो बैठे। सचिन को आउट करने वाले बॉलर का भी ये डेब्यू मैच ही था और गेंदबाज का नाम था वकार युनूस।
संजय मांजरेकर नें नाबाद 113 रन बनाए
पाकिस्तान की तरफ से इमरान खान ने पहली पारी में शानदार नाबाद 109 रन की पारी खेली थी, जबकि दूसरी पारी में सलीम मलिक ने नाबाद 102 रन बनाए थे। फिर गेंदबाजी के दौरान इमरान खान, वसीम अकरम और वकार के अलावा धाकड़ स्पिनर अब्दुल कादिर ने भी गजब का प्रदर्शन किया था। वहीं, टीम इंडिया की तरफ से पहली पारी में बल्लेबाजी में कोई खासा प्रदर्शन नहीं रहा। जबकि दूसरी पारी में संजय मांजरेकर नें नाबाद 113 रन की शानदार पारी खेली थी। गेंदबाजी में कपिल देव और मनोज प्रभाकर ने अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि यह मैच ड्रॉ हो गया था।
अपने टेस्ट क्रिकेट की आखिरी पारी 15 नवंबर को ही खेली थी
इसे संयोग ही माना जाएगा कि 2013 में सचिन ने अपने टेस्ट क्रिकेट की आखिरी पारी 15 नवंबर को ही खेली थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 नवंबर को शुरू हुए मुंबई टेस्ट के दूसरे दिन (15 नवंबर) सचिन 74 रन बनाकर लौटे थे। इसके साथ ही 24 साल एक दिन के सफर के बाद सचिन ने आराम लिया। 24 साल के करिअर के दौरान सचिन ने टेस्ट और वनडे मैचों में कुल मिलाकर 664 मैच खेले, जिसमें 34357 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से कुल रिकॉर्ड 100 शतक और 164 अर्धशतक निकले।