भारतीय टीम पहले ही न्यूजीलैंड के हाथों बुरी तरह पिटने के बाद सकते में है और नंबर वन पायदान पर चल रही इस टीम के सभी धाकड़ बल्लेबाजों का फ्लॉप शो जारी है। बुधवार को हुए दो अहम मैचों में पाकिस्तान ने बांग्लादेश के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए 201 रन बनाए जबकि दूसरे मैच में इंग्लैंड की टीम ने वेस्टइंडीज को 183 रन का लक्ष्य दिया। बांग्लादेश टीम तो वह लक्ष्य पूरा नहीं कर पाई लेकिन क्रिस गेल ने अपने मित्र और टीम के स्पिनर सुलेमान बेन से मनोरंजन का वादा करते हुए मात्र 48 गेंदों पर ही शतक ठोककर टीम को छह विकेट से धमाकेदार जीत दिलाई।
इंग्लैंड के हर बल्लेबाज का स्टाइक रेट्र बढ़ते क्रम में रहा जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने पारी आगे बढ़ने के साथ रन गति भी तेज की। दूसरी तरफ भारत की सलामी बल्लेबाजी जोड़ी यदि विफल रहती है तो एक छोर पर टिके किसी खिलाड़ी को साथ देने वाला भी कोई नहीं मिल पाता है। मौजूदा दौर में भारतीय टीम की यह सबसे बड़ी समस्या है। वेस्टइंडीज की टीम के पास गेंदबाजी में पैनापन नहीं है लेकिन एलेक्स हेल्स और गेल के दम पर ही वेस्टइंडीज ने बड़ी आसानी से यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
पाकिस्तान टीम के बारे में अब तक यही कयास लगाए जा रहे थे कि उसके पास आक्रामक बल्लेबाजों का अभाव है। लेकिन पाकिस्तान ने कप्तान शाहिद अफरीदी की 19 गेंद में 49 रन की पारी के अलावा मोहम्मद हफीज (64) और सलामी बल्लेबाज अहमद शहजाद (52) के अर्धशतकों की बदौलत पांच विकेट पर 201 रन बना लिए जो उसका दूसरा सर्वोच्च स्कोर है। खराब फार्म से उबरने वाले अफरीदी ने अपनी पारी में चार चौके और चार छक्के जड़े। इसके उलट अच्छे फॉर्म में चल रहे रोहित शर्मा, विराट कोहली और सुरेश रैना जैसे धाकड़ बल्लेबाजों का फ्लॉप शो जारी है। लिहाजा कप्तान धोनी एकाध फिरकी गेंदबाजों और बल्लेबाजों की जगह किसी नवोदित खिलाड़ियों को मौका दे सकते हैं।
ईडन गार्डन्स कोलकाता में भारत और पाकिस्तान पहली बार टी-20 आमने-सामने हो रहे हैं लेकिन एकदिवसीय इतिहास को देखा जाए तो तीन बार हुए मैचों में तीनों मैच पाकिस्तान की झोली में ही गए हैं। जहां तक ईडन गार्डन्स पर हुए सात टेस्ट मैचों का सवाल है तो पांच टेस्ट ड्रा खेले गए जबकि दोनों टीमें एक-एक मैच ही जीत पाई है। एकदिवसीय विश्व कप की तरह ही विश्व कप टी-20 मुकाबले में भी भारत कभी पाकिस्तान के हाथों नहीं हारा है। सबसे दुखद पहलू यह है कि पाकिस्तान के खिलाफ अब तक जितने भारतीय बल्लेबाज चमके हैं उनमें से ज्यादातर बल्लेबाज मौजूदा प्रतियोगिता में विफल ही रहे हैं। बहरहाल, हमें इतनी ही तसल्ली करनी चाहिए कि भारतीय टीम जिस तरह न्यूजीलैंड से हारने का अपना सिलसिला नहीं तोड़ पाई है, उसी तरह पाकिस्तान को हराने का सिलसिला भी जारी रखेगी।