भारत के प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ महज 18 साल की उम्र में ही इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे थे। अपने करिअर में केवल दो मैच खेलने वाले इस स्टाइलिश दाएं हाथ के बल्लेबाज ने भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह लगभग पक्की भी कर ली थी, लेकिन धमाकेदार अंदाज में भारतीय क्रिकेट में एंट्री मारने के बावजूद इस युवा खिलाड़ी के करिअर पर जल्द ही ब्रेक लग गया।
आठ महीने के लिए किया था प्रतिबंधित
मुंबई के बल्लेबाज पृथ्वी शॉ जुलाई 2019 में डोपिंग टेस्ट में फेल रहे थे। नतीजतन बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लेते हुए शॉ को खेल के सभी प्रारूपों से आठ महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। मगर अब भारतीय क्रिकेट का यह चमकता सितारा दोबारा मैदान पर वापसी के लिए तैयार है।
प्रतिबंधित खांसी सिरप का सेवन करने पर मिली थी सजा
पृथ्वी शॉ मुंबई की घरेलू टीम में 16 नवंबर को शामिल हो सकते हैं। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से क्रिकेट में वापसी करने को तैयार है। शॉ को बीसीसीआई द्वारा "अनजाने में" प्रतिबंधित खांसी सिरप का सेवन करने के लिए आठ महीने का बैन झेलना पड़ा था। इस सिरप में निषिद्ध पदार्थ टरबुटालीन शामिल था।
मुंबई ने पहले तीन मुकाबलों के लिए ही टीम की घोषणा की
मुंबई के पूर्व कप्तान मिलिंद रेगे, जो राज्य के चयन पैनल के अध्यक्ष हैं, उन्होंने शॉ के टीम में चयन के संकेत दिए हैं। वर्तमान में, पैनल ने मुंबई के पहले तीन मुकाबलों के लिए ही टीम की घोषणा की है क्योंकि मुंबई के प्रमुख खिलाड़ी श्रेयस अय्यर, शार्दुल ठाकुर और शिवम दुबे इस समय बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 श्रृंखला के लिए भारत टीम का हिस्सा हैं।
उनके चयन पर होगी चर्चा
ईएसपीएनक्रिकइन्फो ने रेगे के हवाले से बताया वह 16 नवंबर से खेलने के लिए स्वतंत्र होगा, इसलिए निश्चित रूप से उसे चयन के लिए माना जाएगा। मैं इस बात पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जता सकता कि वह वापस आऐंगे या नहीं, लेकिन हम निश्चित रूप से उनके चयन पर चर्चा करेंगे।