जवाब में गुजरात लायंस ने आखिरी गेंद पर जीत दर्ज की और उसकी जीत के सूत्रधार रहे फिंच के बल्ले से ही विजयी चौका लगा। इस आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने 54 गेंद में सात चौकों और एक छक्के की मदद से 67 रन बनाए।
मुंबई के लिए मिशेल मैक्लीनागन ने चार ओवर में 21 रन देकर चार विकेट लिए लेकिन टीम को जीत तक नहीं ले जा सके। गुजरात की शुरुआत बेहद खराब रही और दूसरे ही ओवर में ब्रेंडन मैकुलम अपना विकेट गंवा बैठे जिन्हें जसप्रीत बुमरा ने हार्दिक पंड्या के हाथों लपकवाया। कप्तान सुरेश रैना 22 गेंद में 27 रन बनाकर आउट हो गए। गुजरात ने 12वें ओवर में दिनेश कार्तिक (9) और अगले ओवर में ड्वेन ब्रावो (2) के विकेट गंवाये। पुछल्ले बल्लेबाजों में अक्षदीप नाथ (12) को छोड़कर कोई दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सका। आखिरी ओवर में गुजरात को जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी। फिंच ने पहली गेंद पर दो और दूसरी गेंद पर एक रन लिया। क्रीज पर आये कुलकर्णी ने बुमरा को तीसरी गेंद पर चौका लगाया और अगली गेंद पर एक रन लिया। इसके बाद फिंच ने पांचवीं गेंद पर दो रन लिए और आखिरी गेंद पर चौका लगाकर टीम को जीत तक पहुंचाया।
इससे पहले मुंबई के लिए शीर्ष क्रम के सिर्फ दो बल्लेबाज पार्थिव पटेल और अंबाती रायुडू कुछ देर टिक सके। पटेल ने 29 गेंद में 34 और रायुडू ने 19 गेंद में 20 रन बनाये। वानखेड़े स्टेडियम की सीमिंग पिच पर मुंबई के बल्लेबाज तेज गेंदबाजों और स्पिनरों किसी पर दबाव नहीं बना सके। नए बल्लेबाज कृणाल पंड्या और टिम साउदी ने अगर आठवें विकेट के लिए 42 रन नहीं जोड़े होते तो मुंबई की स्थिति दयनीय होती। पंड्या ने 10 गेंद में नाबाद 18 रन बनाए जबकि साउदी ने 11 गेंद में 25 रन बनाए जिसमें दो छक्के और एक चौका शामिल था।
इसी मैदान पर नौ अप्रैल को आईपीएल की दूसरी नई टीम राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स ने मुंबई को आठ विकेट पर 121 रन पर रोक दिया था। गुजरात के लिए तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने 19 रन देकर और लेग स्पिनर प्रवीण ताम्बे ने 12 रन देकर दो-दो विकेट लिए। मुंबई की शुरुआत बेहद खराब रही जब दूसरे ओवर में कप्तान रोहित शर्मा और चौथे ओवर में हार्दिक पंड्या आउट हो गए। दोनों को कुलकर्णी ने पवेलियन भेजा। उन्हें हरफनमौला रविंद्र जडेजा की जगह खेलने का मौका मिला जिनकी कल राजकोट में शादी है।