बीसीसीआई के प्रशासकों की समिति के पूर्व सदस्य रामचंद्र गुहा ने बीसीसीआई के वर्तमान अध्यक्ष सौरव गांगुली और भारतीय क्रिकेट पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने गांगुली को पैसे का लालची बताया है। वहीं उन्होंने दावा किया है कि भारतीय क्रिकेट में भाई-भतीजावाद कूट-कूट के भरा हुआ है।
अपनी किताब दी ‘कॉमनवेल्थ ऑफ क्रिकेट: ए लाइफलॉन्ग लव अफेयर विद दी मोस्ट सटल एंड सॉफिस्टिकेटेड गेम नॉन टू ह्यूमनकाइंड’ नें भारतीय क्रिकेट बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया है कि भारतीय क्रिकेट में भाई-भतीजावाद कूट-कूट के भरा हुआ है। इसके अलावा उन्होंने बीसीसीआई के वर्तमान अध्यक्ष सौरव गांगुली पर पैसों का भूखा होने का आरोप लगाया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि गांगुली के अध्यक्ष होते हुए लोग फैंटेसी गेम का प्रचार कर रहे हैं।
वहीं उनका कहना है कि गृह मंत्री अमित शाह और बीसीसीआई के पूर्व प्रेसीडेंट एन श्रीनिवासन का भारतीय क्रिकेट पर पूरी तरह से कब्जा है। ये लोग ही भारतीय क्रिकेट को चला रहे हैं।
एक इंटरव्यू में गुहा ने बताया कि आज भारतीय क्रिकेट को एन श्रीनिवासन और अमित शाह प्रभावी रूप से चला रहे हैं। वहीं स्टेट एसोसिएशनों को किसी का बेटा चला रहा है। रणजी ट्रॉफी खेलने वाले खिलाड़ियों को वक्त पर कभी पैसे भी नहीं मिलते हैं। गुहा ने आगे कहा उनकी किताब से सबसे अच्छी कहानी बिशन सिंह बेदी की है।
गौरतलब है कि जनवरी 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के कामकाज को संभालने के लिए प्रशासकों की समिति नियुक्त की थी। जिसमें रामचंद्र गुहा सहित चार लोग थे। इस समिति का काम बीसीसीआई के काम में पारदर्शिता लाना था। लेकिन 6 माह बाद गुहा ने ये समिति छोड़ दी थी।