गुजरात ने 263 रन बनाकर ओडि़शा को 199 रन पर आउट कर दिया था। इसके बाद गुजरात ने दूसरी पारी में 641 रन बनाये जो उसका रणजी ट्राफी में सर्वोच्च स्कोर भी है। इससे पहले उसका उच्चतम स्कोर 640 रन था जो उसने महाराष्ट्र के खिलाफ जनवरी 1996 में अहमदाबाद में बनाया था। ओडि़शा के सामने 706 रन का लक्ष्य था और जब पांचवें दिन मैच ड्रा कराने पर सहमति बनी तब उसने एक विकेट पर 81 रन बनाये थे।
इससे पहले गुजरात के कप्तान पार्थिव पटेल ने गोहेल को रिकार्ड बनाने की पूरी छूट दी। गोहेल ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रुप में सर्वाधिक स्कोर का 117 साल पुराने रिकार्ड का ध्वस्त कर दिया। गुजरात ने पहली पारी में बढ़त से सेमीफाइनल का रास्ता साफ कर दिया था और इसलिए वह किसी तरह का जोखिम भी नहीं लेना चाहते थे। गोहेल ने सुबह अपनी पारी में 261 रन से आगे बढ़ायी और आखिर तक एक छोर पर जमे रहे। इस बीच उन्होंने पारी की शुरूआत करने से लेकर आखिर तक नाबाद रहते हुए सर्वाधिक व्यक्तिगत पारी खेलने का नया रिकार्ड भी बनाया। यही नहीं उनका स्कोर रणजी ट्राफी में चौथी बड़ी पारी भी है। इस 26 वर्षीय बल्लेबाज ने 964 मिनट क्रीज पर बिताये तथा 723 गेंदें खेलकर 45 चौके और एक छक्का लगाया।
सबसे अहम बात यह रही कि गोहेल के अलावा गुजरात का केवल एक बल्लेबाज ही 50 रन की संख्या पार कर पाया। गोहेल के साथ पारी का आगाज करने वाले प्रियांक पांचाल ने 81 रन बनाये। निचले क्रम के बल्लेबाजों ने हालांकि गोहेल का अच्छा साथ दिया। हार्दिक पटेल : 18 : ने बीच में रिटायर्ड हर्ट होने के बावजूद 174 गेंदों का सामना किया और गोहेल को रिकार्ड बनाने में मदद की। ओडि़शा की तरफ से धीरज सिंह ने 147 रन देकर छह विकेट लिये। भाषा एजेंसी