भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने तेज गेंदबाजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए मध्य प्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप सी मैच की पहली पारी में बंगाल के लिए चार महत्वपूर्ण विकेट लिए। फैंस का मानना है कि अब भी शामी के पास ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए दावा ठोकने का मौका है।
शमी ने अपनी गति, सटीकता और पिच से मूवमेंट हासिल करने की क्षमता ने उन्हें मध्य प्रदेश की बल्लेबाजी को ध्वस्त करने में मदद की, तथा 19 ओवरों में 2.80 की किफायती दर से 4/54 का प्रभावशाली आंकड़ा हासिल किया।
उनके विकेटों में मध्य प्रदेश के कप्तान शुभम शर्मा और निचले क्रम के बल्लेबाज सारांश जैन और कुमार कार्तिकेय जैसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी शामिल थे, जिससे उनकी टीम फिर से मुकाबले में आ गई।
शमी की वापसी से बंगाल के गेंदबाजी आक्रमण में नई ऊर्जा आई है, विशेषकर अपनी बल्लेबाजी पारी के चुनौतीपूर्ण प्रदर्शन के बाद, जहां पहले दिन वे 228 रन पर आउट हो गए थे।
शमी के प्रयासों से मध्य प्रदेश की टीम 167 रन पर सिमट गई और बंगाल को दूसरे दिन लंच तक 61 रन की बढ़त मिल गई। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के लिए इस अनुभवी तेज गेंदबाज की उपलब्धता अनिश्चित बनी हुई है।
शमी को शुरू में फिटनेस संबंधी चिंताओं के कारण बीजीटी टीम से बाहर रखा गया था। कप्तान रोहित शर्मा ने इस बात पर जोर दिया था कि वे "अंडरकुक्ड शमी" को ऑस्ट्रेलिया नहीं ले जाना चाहते थे।
ऑस्ट्रेलिया की पिचें, विशेषकर पर्थ और एडिलेड की पिचें बेहद चुनौतीपूर्ण हैं, ऐसे में शमी की गति और उछाल का फायदा उठाने की क्षमता भारत के लिए बहुमूल्य साबित हो सकती है।
अगर शमी इस रणजी मैच में अपनी फॉर्म और फिटनेस साबित कर देते हैं, तो उन्हें बीजीटी के लिए बुलाए जाने की संभावना बनी रहेगी। रिकी पोंटिंग सहित क्रिकेट के दिग्गजों का मानना है कि शमी ऑस्ट्रेलिया की तेज पिचों के लिए आदर्श होंगे।
उनका अनुभव और कौशल भारत के तेज गेंदबाजी शस्त्रागार में एक छोटी सी कमी को पूरा कर सकता है, जिससे 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाली इस उच्च-दांव श्रृंखला में टीम की संभावनाएं मजबूत हो सकती हैं।