टीम इंडिया के अनुभवी और स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। भारत और बांग्लादेश के बीच इंदौर के होलकर स्टेडियम में चल रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में एक विकेट लेते ही अश्विन दिग्गज अनिल कुंबले और मुथैया मुरलीधरन के क्लब में शामिल हो गए हैं।
ऐसा करने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बने
भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ इंदौर टेस्ट के पहले दिन कप्तान मोमिनुल हक को बोल्ड कर रिकॉर्ड बुक्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है। अश्विन टेस्ट क्रिकेट में घरेलू सरजमीं पर 250 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। पहले दिन लंच के बाद अश्विन ने ये उपलब्धि हासिल की। मोमिनुल हक को आउट करने से पहले मैच के दौरान अश्निन दो बार इस आंकड़े को छूने के करीब पहुंच गए थे लेकिन खराब फील्डिंग की वजह से वो उन मौकों पर ऐसा नहीं कर सके।
अनिल कुंबले 350 विकेट के साथ पहले पायदान पर
अश्विन ने घर पर 42वां टेस्ट मैच खेलते हुए यह उपलब्धि हासिल की। इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर मुरलीधरन के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है। इसी के साथ ही वो अब साझा रूप से घर पर सबसे तेज गति से 250 या उससे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। घरेलू मैदान पर 250 या उससे अधिक विकेट लेने के मामले में पूर्व दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले 350 विकेट के साथ पहले पायदान पर हैं, जबकि दूसरे नंबर पर हरभजन सिंह हैं। उन्होंने घरेलू मैदान पर 265 विकेट चटकाए हैं।
350 टेस्ट विकेट लेने के मुरली के रिकॉर्ड की बराबरी की थी
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान अश्विन ने सबसे तेज गति से 350 टेस्ट विकेट लेने के मुरली के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। दोनों ही खिलाड़ियों ने करिअर के 66वें टेस्ट में ये उपलब्धि हासिल की। साल 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में डेब्यू करने के बाद से अश्विन घरेलू परिस्थितियों में बेहद सफल भारतीय गेंदबाज रहे हैं। इससे पहले खेले 41 टेस्ट मैचों में वो 22.84 की औसत से 249 विकेट हासिल कर चुके थे। वहीं विदेशी धरती पर उन्होंने 31.39 की औसत से केवल 108 विकेट लिए हैं।
सबसे तेज 50 टेस्ट विकेट चटकाने में तीसरे नंबर पर
इतना ही नहीं घरेलू जमीन पर सबसे तेज 50 टेस्ट विकेट चटकाने वाले अश्विन अब तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इस मामले में श्रीलंकाई दिग्गज मुथैया मुरलीधरन सबसे आगे हैं, उन्होंने मात्र 40 मैच में ही यह उपलब्धि हासिल कर ली थी। वहीं इस सूची में दूसरे स्थान पर भारत के दिग्गज अनिल कुंबले हैं, उन्होंने 41 मैचों में यह सफर पूरा किया था। अब अश्विन ने अपने 42वें मैच में ये कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। साथ ही आपको बता दें कि टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीयों में अश्विन 357 विकेट के साथ चौथे पायदान पर हैं। पहले स्थान पर कुंबले (619), कपिल देव (434) और हरभजन सिंह (417) विकेट के साथ तीसरे स्थान पर हैं।