पुलवामा में सीआरपीएफ बस पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत में लोगों का गुस्सा दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए, जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित जिहादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। इस हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारतीयों के दिलों में आग है। लोग मांग कर रहे हैं कि इंग्लैंड में होने वाले आगामी वनडे विश्व कप में बीसीसीआई पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार करे। इस पर कई क्रिकेटरों ने भी अपनी सहमति जताई है, जिनमें हरभजन सिंह, गौतम गंभीर और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली प्रमुख हैं। भारत को 16 जून को ओल्ड ट्रैफर्ड में पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप मैच खेलना है। लेकिन भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की राय इससे अलग है।
‘भारत ने हमेशा विश्व कप में पाकिस्तान को हराया है’
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि भारत को विश्व कप में 16 जून को पाकिस्तान के साथ खेलना चाहिए और उसे हराकर दो अहम अंक हासिल करना चाहिए। सचिन ने ट्विटर पर कहा, ‘भारत ने हमेशा विश्व कप में पाकिस्तान को हराया है। एक बार फिर उन्हें हराने का समय है। मुझे व्यक्तिगत रूप से पाकिस्तान से न खेलकर उन्हें दो अंक देकर उनकी मदद करने से नफरत होगी’।
महान भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘मेरे लिए हमेशा से देश पहले है और ऐसे में देश जो भी फैसला लेगा, उसका मैं पूरे दिल से समर्थन करूंगा’।
इन क्रिकेटरों के बयान के बाद सचिन ने कहा ऐसा
सचिन का बयान चेतन चौहान, सुनील गावस्कर, सौरभ गांगुली और हरभजन सिंह जैसे उन दिग्गज क्रिकेटरों के बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सभी तरह के क्रिकेट रिश्ते खत्म करने की बात कही थी।
गांगुली ने क्या कहा था
गांगुली ने गुरुवार को कहा था, ‘यह फैसला आईसीसी को लेना है। मुझे लगता है कि भारत का रुख सख्त होगा, जो काफी स्वाभाविक भी है और आपको इससे निपटना होगा। वैसे भी, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध नहीं होते हैं, इसलिए हमें इंतजार करना होगा’।
पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए
दरअसल, 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकी हमले में देश के 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। इस घटना की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली है। इस घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान पर अनेक कार्रवाई की है और दोषियों को सजा देने की मांग की है।