जूनागढ़ के मुख्य वन सरंक्षक ए पी सिंह ने जांच के आदेश दे दिये हैं और अभ्यारण्य के अधीक्षक को दो दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है। सिंह ने कहा, हमें इस मामले की जानकारी हुई, मैंने इस मुद्दे पर जांच के आदेश दे दिये हैं। मैंने अभ्यारण्य के अधीक्षक को दो तीन दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपेने को कहा है। हम इस रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई करेंगे।
गिर वन्यजीव अभ्यारण्य में शेर की सफारी मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं, जिसमें वन विभाग पर्यटकों को अभ्यारण्य के अंदर शेर को देखने के लिये खुली हुई जीप मुहैया कराते हैं। हालांकि पर्यटकों को सफारी के दौरान वाहन से नीचे उतरने पर रोक लगी हुई है। जडेजा की एक फोटो 15 जून को ली हुई लगती है। जडेजा और रीवा मैदान पर बैठे हुए दिख रहे हैं ताकि पेड़ के नीचे आराम कर रहा शेर उनके साथ फोटो में आ सके। एक अन्य फोटो में जडेजा शेर की ओर इशारा करते हुए दिख रहे हैं। इसी फोटो में वन विभाग का स्टाफ भी उनके साथ उनके वाहन के करीब खड़ा हुआ दिख रहा है।
सिंह ने कहा, इस तरह की चीजें कड़ाई से प्रतिबंधित हैं। हमें देखना होगा कि कोई अपने वाहन से नीचे क्यों उतरा? क्या यह आपात स्थिति थी? हम स्टाफ की भूमिका की भी जांच करेंगे कि उन्होंने वाहन से उतरने के लिये पर्यटकों को अनुमति कैसे दे दी। स्टाफ मेंबर अगर दोषी पाया जाता है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। वन विभाग ने 13 जून को परामर्श जारी किया था क्योंकि लोगों में अपना जीवन जोखिम में डालकर वन क्षेत्राें में शेरों के साथ सेल्फी लेने का प्रचलन काफी बढ़ रहा है।