इस 34 वर्षीय खिलाड़ी ने हाल में ओवरसीज सिटीजन आफ इंडिया कार्ड भी हासिल किया है। उन्होंने क्रिकेट डाट काम डाट एयू से कहा, ईमानदारी से कहूं तो मैं दो साल और खेलना चाहता था, भले ही यह ब्रिटेन में हो या यहां।
उन्होंने कहा, मैं जानता था कि उम्र बढ़ने के साथ युवा खिलाडि़यों के साथ प्रतिस्पर्धा करना हमेशा ही मुश्किल होगा। मैं 34 साल का हूं और मुझे लगता है कि जब आप जितना चाहते हो, मैदान पर उतना योगदान नहीं दे पा रहे हो तो समझो संन्यास लेने का समय आ गया है।
टैट ने अपने 15 साल के करियर में केवल तीन टेस्ट खेले हैं। इसके अलावा वह 35 वनडे और 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं।
उन्होंने कहा कि बिग बैश में साधारण प्रदर्शन के बाद उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया।
टैट ने कहा, मैं नहीं जानता था कि यह इतना मुश्किल होगा जितना इस साल (होबार्ट हरिकेन्स के साथ) हुआ। कोहनी की चोट के कारण नहीं खेल पाना और टीम से बाहर रहना...तो स्पष्ट है कि क्रिकेट खेलना जारी रखने का कोई मतलब नहीं है। एक साल और खेलना अच्छा होता, लेकिन और सर्जरी कराकर 35 साल की उम्र में खेलने का कोई मतलब नहीं है।
भाषा