पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने सोमवार को कहा कि उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का गेंदबाजी कोच बनने में कोई परेशानी नही है, अगर उन्हें इसकी पेशकश की जाती है तो वह अपने ज्ञान को साझा करेंगे। शोएब अख्तर ने एक बार फिर भारतीय क्रिकेट टीम से जुड़ने के अपने सपने को सामने रख दिया। 'हेलो ऐप' पर हुई चर्चा के दौरान अख्तर से पूछा गया कि क्या वह भविष्य में भारतीय गेंदबाजी इकाई के साथ जुड़ना चाहेंगे तो उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया। अख्तर ने कहा कि उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का गेंदबाजी कोच बनने में कोई परेशानी नही है अगर उन्हें इसकी पेशकश की जाती है तो वह अपने ज्ञान को साझा करेंगे।
आक्रामक, तेज और चुनौती देने वाला गेंदबाज तैयार करूंगा
अख्तर ने कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से ऐसा करना चाहूंगा। मेरा काम ज्ञान साझा करना है। मैंने जो सीखा है उसके बारे में दूसरों से साझा करने में मुझे कोई परेशानी नहीं।’’ क्रिकेट में सबसे तेज गेंदबाजी करने वालों में शामिल अख्तर ने कहा, ‘‘मैं मौजूदा गेंदबाजों की तुलना में अधिक आक्रामक, तेज और चुनौती देने वाला गेंदबाज तैयार करूंगा। जो बल्लेबाजों को कड़ी चुनौती दे सके।’’
सचिन तेंडुलकर मेरा बहुत अच्छा दोस्त है
उन्होंने यह भी कहा कि वह आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स को भी कोच करना चाहेंगे, जिसके लिए उन्होंने उद्घाटन संस्करण में खेला भी है। पूर्व तेज गेंदबाज ने 1998 की श्रृंखला में भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर के साथ अपनी शुरुआती बातचीत के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें देखा था लेकिन यह नहीं जानता था कि वह भारत में कितना बड़ा नाम है। चेन्नई में, मुझे पता चला कि वह भारत में एक भगवान के रूप में जाने जाते थे। अख्तर ने कहा, "आप यह ध्यान रखें, वह मेरा बहुत अच्छा दोस्त है। 1998 में, जब मैंने जितनी तेजी से गेंदबाजी की, भारतीय जनता ने मेरा साथ दिया। भारत में मेरे बड़े प्रशंसक हैं।
जगमोहन डालमिया ने की मेरी मदद
इस दौरान शोएब अख्तर ने पूर्व आईसीसी प्रमुख जगमोहन डालमिया का भी जिक्र किया और बताया कि अगर वह उनकी मदद नहीं करते तो उनका करिअर बहुत पहले ही खत्म हो जाता। 1999 में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने पीसीबी को कहा था कि शोएब अख्तर का गेंदबाजी एक्शन संदिग्ध है। पूर्व बीसीसीआई प्रमुख डालमिया उस समय आईसीसी क अध्यक्ष थे। वह 1997-2000 तक अध्यक्ष रहे।
आईसीसी के सदस्य शोएब के एक्शन को गैर कानूनी बता रहे थे, लेकिन डालमिया ने यह कहा था कि शोएब की बाजू में ही जन्म से एक कमी है, जिसके चलते उनकी कोहनी आगे को रहती है। इसी के चलते शोएब को आगे खेलने की इजाजत मिली थी।