भारतीय क्रिकेट के इतिहास में जब भी ऑलराउंडर क्रिकेटरों का जिक्र होगा इरफान पठान का नाम जरूर लिया जाएगा। 19 साल की उम्र में 2003 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले इस युवा तेज़ गेंदबाज़ के नाम पहले टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेने का रिकार्ड है। लेकिन आज के दौर में वे टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। चोटों से ग्रस्त रहा उनका क्रिकेट कॅरिअर अब ढलान पर पहुंच चुका है। इसी का खुलासा एक पीएचडी की थीसिस में हुआ है।
202 पेज की थीसिस में हुआ खुलासा
पूर्व महिला क्रिकेटर तनवीर शेख ने हाल ही में पठान के क्रिकेट कॅरिअर पर पीएचडी की है। तनवीर शेख ने 202 पेज की थीसिस तैयार की है जिसमें उन्होंने बताया है कि आखिर कैसे क्रिकेट की ऊंचाइयां हासिल करने के बाद इरफान का कॅरिअर तेजी से ढलान पर जा पहुंचा।
क्रिकेटर इरफान पठान ने सोशल मीडिया पर तनवीर शेख के साथ अपनी फोटो शेयर की। फोटो शेयर करते हुए इरफान ने लिखा, "तनवीर आपा ने तो मुझ पर पीएचडी कर दी। मै बहुत खुश हूं कि उन्होंने पीएचडी की थीसिस के लिए मेरी क्रिकेटिंग लाइफ का विषय चुना।"
थीसिस के मुताबिक इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के दौरान इरफान पठान कई बार घायल हुए। इस दौरान जो भी उन्हें सलाह देता, वह उसी की मानते रहे। पठान के लिए लोगों की सलाह मानना ही सबसे ज्यादा घातक साबित हुआ और इसका परिणाम ये रहा कि वे इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हो गए। इरफान पठान ने भी इस बात को माना है।
Congratulations Tanvir Apa on completing your PhD. I'm humbled that you chose my journey as the subject for your thesis.#phd pic.twitter.com/A7cx672dv2
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) August 8, 2017
चोट लगना रहा टर्निंग प्वाइंट
इस बारे में इरफान ने कहा "2012 में मैं बहुत अच्छा परफॉर्म कर रहा था। तब मुझे यह पूरी उम्मीद थी कि मुझे टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा। लेकिन दुर्भाग्य से उसी समय मैं फिर चोटिल हो गया। चोटिल होने के बाद भी 10 दिनों में से 9 दिन मैं मैदान पर खेलने गया, यह चोट मेरा टर्निंग प्वाइंट रहा।"
आपको बता दें कि तनवीर शेख पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने बड़ौदा के लिए क्रिकेट खेला है। इसके अलावा वे महिला क्रिकेट की एक मात्र क्वॉलिफाइड बीसीसीआई कोच और अंपायर भी हैं। उनके अंग्रेजी में किए रिसर्च का टाॅपिक है 'अ केस स्टडी ऑन इंटरनेशनल क्रिकेटर इरफान पठान'। तनवीर को 202 पेज की थीसिस तैयार करने में पांच साल लगे। थीसिस तैयार करने में तनवीर ने अहमदाबाद के एचएल कॉलेज ऑफ कॉमर्स के फिजिकल एजुकेशन के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. एनजे चनियारा की गाइडेंस ली है।
2012 में खेला आखिरी इंटरनेशनल मैच
गौरतलब है कि इरफान ने अब तक भारत के लिए 29 टेस्ट में 32.26 की औसत से 100 विकेट लिए हैं। वहीं 120 वनडे मैचों में उन्होंने 173 विकेट लिए हैं। इरफान ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में पहले ही ओवर में हैट्रिक का कारमाना भी किया है। इरफान ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।