तीन मैचों की श्रृंखला में दोनों टीमों की ओर से किसी भी बल्लेबाज का यह पहला शतक है। अजिंक्य रहाणे ने उनका बखूबी साथ निभाते हुए नाबाद 79 रन बना लिये हैं। दोनों ने चौथे विकेट की नाबाद साझेदारी में 54 ओवर में 167 रन बना लिये हैं। इससे पहले भारत ने तीन विकेट 36 ओवर में 100 रन पर गंवा दिये थे। कोहली ने 100 रन 184 गेंद में पूरे किये। उन्होंने 191 गेंद की पारी में 10 चौके लगाये जबकि रहाणे 172 गेंदों का सामना करके नौ चौके और एक छक्का लगा चुके हैं।
कोहली ने एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया। वह दूसरे छोर पर सीधे थ्रो से आउट होने से बचे। तीसरे अंपायर द्वारा नाट आउट करार दिये जाने से दर्शक दीर्घाओं में उत्साह की लहर दौड़ गई। होल्कर स्टेडियम पर दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। इस बीच दो साल बाद टीम में वापसी करने वाले गौतम गंभीर (29 रन) ने अच्छी शुरूआत की और मैट हेनरी को दो छक्के लगाये लेकिन इसे वह बड़ी पारी में नहीं बदल सके और ट्रेंट बोल्ट ने उन्हें पगबाधा आउट कर दिया।
मुरली विजय (10) को जीतन पटेल ने सस्ते में आउट कर दिया जबकि बड़ी पारी की ओर बढते दिख रहे चेतेश्वर पुजारा (41) को स्पिनर मिशेल सेंटनेर ने आउट किया। सेंटनेर ने 19 ओवर में 53 रन देकर एक विकेट लिया जबकि बोल्ट ने 16 ओवर में 54 रन देकर एक विकेट चटकाया। पटेल ने 24 ओवर में 65 रन दिये जबकि उसे एक विकेट मिला। इस श्रृंखला में कोहली का पिछला सर्वोच्च स्कोर 45 रन था जो उन्होंने कोलकाता में बनाया था। उन्होंने रहाणे के साथ मिलकर संयमित तरीके से पारी को आगे बढाया। चाय के समय स्कोर तीन विकेट पर 148 रन था और आखिरी सत्र में कोई विकेट नहीं गिरा। आखिरी 10 ओवरों में 38 रन बने।
कानपुर और कोलकाता टेस्ट जीतकर विजयी बढत बना चुकी भारतीय टीम पहली बार कम से कम 450 रन बनाने की कोशिश करेगी। भारत ने लंच के बाद चेतेश्वर पुजारा का विकेट गंवा दिया। लंच के समय स्कोर दो विकेट पर 75 रन था जबकि दूसरे सत्र के तीस ओवरों में 73 रन बने। पुजारा लंच के बाद विकेट गंवा बैठे उन्होंने 108 गेंद में 41 रन बनाये। उनके आउट होने के बाद कोहली का साथ देने के लिये रहाणे उतरे। लंच के बाद के सत्र में कीवी स्पिनरों जीतन पटेल और मिशेल सेंटनेर ने समझदारी से गेंदबाजी की। पुजारा और कोहली ने संयम के साथ उनकी गेंदों का सामना किया। सेंटनेर ने अर्धशतक की ओर बढ रहे पुजारा को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। इससे पहले भारत ने दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट लंच से पहले ही गंवा दिये थे। दो साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने वाले गंभीर बड़ी पारी नहीं खेल सके। गंभीर ने 29 रन बनाये जबकि मुरली विजय 10 रन बनाकर पवेलियन लौटे। विजय को आफ स्पिनर जीतन पटेल ने पांचवें ओवर में फारवर्ड शार्ट लेग पर लपकवाया। गंभीर ने कुछ अच्छे पूल शाट खेले लेकिन 20वें ओवर में ट्रेंट बोल्ट ने उन्हें पगबाधा आउट कर दिया।
पहले बल्लेबाजी का फैसला करते हुए भारत ने आत्मविश्वास के साथ शुरूआत की। विजय और गंभीर की नयी सलामी जोड़ी ने पारी की शुरूआत की। इंग्लैंड के खिलाफ 2014 के बाद पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे गंभीर को सपाट विकेट पर कोई दिक्कत नहीं आ रही थी। उन्होंने दूसरे ओवर में मैट हेनरी को चौका लगाया जबकि विजय ने बोल्ट को अगले ओवर में दो शानदार चौके जड़े।
गंभीर को हेनरी ने शार्ट गेंद से आजमाने की कोशिश की जिस पर उन्होंने स्क्वेयर लेग और लांग लेग के ऊपर से छक्के लगाये। अपने दोनों तेज गेंदबाजों को नाकाम होते देख न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने पटेल को गेंद सौंपी। इसका फायदा मिला जब विजय को फारवर्ड शार्ट लेग पर उन्होंने लाथम के हाथों लपकवाया। इसके बाद गंभीर का साथ देने पुजारा आये जो पहली ही गेंद से फार्म में लग रहे थे। दोनों ने स्पिन गेंदबाजी को काफी संयम के साथ खेला। इसे देखते हुए विलियमसन ने अपने तेज गेंदबाजों को फिर गेंद सौंपी। पुजारा ने हेनरी को लगातार दो गेंदों पर चौके लगाये। भारत के 50 रन 13वें ओवर में बने। बोल्ट ने गंभीर को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। गंभीर ने अपनी 53 गेंद की पारी में दो छक्के और तीन चौके लगाये।
दोनों टीमों में बदलाव किये गए। भारत ने चोटिल शिखर धवन और भुवनेश्वर कुमार की जगह गंभीर और उमेश यादव को उतारा। वहीं न्यूजीलैंड टीम में हेनरी निकोल्स की जगह विलियमसन फिट होकर लौटे हैं जबकि जिम्मी नीशाम ने नील वेगनेर की जगह ली।
भाषा