दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भारत की दो श्रृंखलाओं में जीत से इस साल होने वाले वनडे विश्व कप और अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप से पहले महिला टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा।
हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम ने टी20 श्रृंखला 3-2 से जीत कर नया इतिहास रचा। यह पहला अवसर था जबकि भारतीय महिला टीम ने खेल के सबसे छोटे प्रारूप में इंग्लैंड से श्रृंखला जीती। भारत ने इसके बाद वनडे श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की।
यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत 30 सितंबर से श्रीलंका के साथ एकदिवसीय विश्व कप की सह-मेजबानी करेगा। इसके बाद इंग्लैंड में 2026 में टी-20 विश्व कप का आयोजन होगा।
तेंदुलकर ने रेडिट पर कहा, ‘‘इंग्लैंड में जीतना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है और टी-20 तथा वनडे दोनों में ऐसा करना टीम की तैयारी और मानसिकता के बारे में बहुत कुछ बयां करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस शानदार प्रदर्शन से टीम का आगे होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए आत्मविश्वास बढ़ेगा। दो विश्व कप सामने होने के कारण यह टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए बेहद ज़रूरी था। शाबाश टीम इंडिया।’’
भारत अब 14 सितंबर से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे श्रृंखला में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी करेगा और इसके बाद अपनी धरती पर होने वाले विश्व कप में भाग लेगा।
तेंदुलकर ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ सभी खिलाड़ियों ने धैर्य से कम लिया और अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।
उपकप्तान स्मृति मंधाना ने पहले मैच में अपना पहला टी-20 शतक बनाया, जबकि कप्तान हरमनप्रीत ने तीसरे वनडे में शतक लगाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
इसके अलावा 21 वर्षीय क्रांति गौड़ ने तीसरे वनडे में छह विकेट लिए। यह उपलब्धि हासिल करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय तेज गेंदबाज और कुल मिलाकर पांचवीं गेंदबाज बन गई।
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘पहले टी20 मैच में स्मृति के शतक ने दौरे की शुरुआत में ही लय बना दी थी। आखिरी वनडे में हरमनप्रीत के शतक ने उस लय को और मजबूती प्रदान की। क्रांति (गौड़) ने दबाव की परिस्थितियों में शानदार गेंदबाजी की और छह विकेट चटकाए। अन्य खिलाड़ियों ने भी अपनी भूमिका बखूबी निभाई।’’