सोमवार को 100 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मनदीप ने नाबाद 52 रन की पारी खेली। उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी के लिए मैदान पर कदम रखते ही व्याकुलता दूर हो गई। मनदीप ने मैच के बाद कहा, मैच से पहले रात को मुझे नींद नहीं आई, मैच या श्रृंखला जीतने के दबाव का ख्याल जैसी चीजें आपके दिमाग में आती हैं और साथ ही यह तथ्य भी कि चयनकर्ताओं की नजरें आप पर हैं। इसे दबाव कहें या नर्वस होना लेकिन जब आप बल्लेबाजी के लिए जाते हैं तो चीजें आसान हो जाती हैं, कम से कम मेरे लिए। उस समय मैं सिर्फ इतना सोच रहा था कि लक्ष्य सिर्फ 100 रन है और मैं इसे कैसे हासिल कर सकता हूं। उन्होंने कहा, एक बार मैदान पर उतरने के बाद मैं इन चीजों की परवाह नहीं करता कि चयनकर्ता मुझे देख रहे हैं, श्रृंखला काफी महत्वपूर्ण है। मैच से पहले जरूर ये चीजें दिमाग में आती हैं, बेशक श्रृंखला काफी महत्वपूर्ण है लेकिन ईमानदारी से कहूं तो जब मैं मैदान पर उतरता हूं तो मेरे दिमाग में सिर्फ इतना होता है कि मुझे बल्लेबाजी करनी है और मैच जीतना है। मनदीप ने कहा कि पहले टी20 में उलटफेर भरी हार के बाद टीम का ध्यान सिर्फ प्रक्रिया पर था नतीजे पर नहीं जिसके कारण टीम को श्रृंखला।-। से बराबर करने में मदद मिली। उन्होंने कहा, नतीजे के बारे में काफी अधिक सोचने की जगह हम प्रक्रिया पर ध्यान लगा रहे थे। बेशक हम श्रृंखला जीतना चाहते हैं लेकिन अगर हम हमेशा जीतने के बारे में सोचेंगे तो यह दबाव बनाना होगा। इसलिए हम प्रक्रिया पर ध्यान लगाने की कोशिश कर रहे थे। वनडे श्रृंखला में जिंबाब्वे का 3-0 से क्लीनस्वीप के बाद भारत को पहले टी20 में दो रन से हार झेलनी पड़ी थी लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की टीम कल दूसरे टी20 में 10 विकेट की जीत के साथ श्रृंखला।-। से बराबर करने में सफल रही।