हैदराबाद, पुणे और पंजाब भी थोड़ी बेहतर स्थिति में हैं। हैदराबाद के 8 मैचों में 9 अंक हैं। पुणे के 8 मैच में 8 और पंजाब के 7 मैच में 6 अंक हैं। नीचे की तीन टीमों की स्थिति को देखते हुए इन टीमों की स्थिति थोड़ी बेहतर कही जा सकती है।
प्ले आॅफ के गणित को जानने के लिए हम बात करें नीचे की गुजरात, दिल्ली और बेंगलौर की तीन टीमों की। इनमें से दिल्ली और गुजरात की कंडीशन लगभग समान है। गुजरात के 8 मैचों में 6 अंक हैं इसी तरह दिल्ली के छह मैचों में 4 अंक हैं। यानी गुजरात को 6 और दिल्ली को 8 मैच और खेलने हैं। जो उनके प्ले आॅफ की दौड़ में बने रहने की ओर इशारा कर रहा है।
सबसे निचले स्तर पर पिछले बार की उप विजेता विराट कोहली की टीम आरसीबी है। गुरुवार को गुजरात लायंस के हाथों हार जाने के बाद उसके प्ले आॅफ में पहुंचने की संभावना लगभग धूमिल हो गई है। विराट एंड कंपनी के अभी 9 मैचों में महज 5 अंक हैं। प्ले आॅफ में पहुंचने के लिए सामान्यतया एक टीम को कम से कम 16 अंक चाहिए। ऐसे में अगर विराट की टीम बाकी के अपने सभी 5 मैच जीत भी ले तो उसके 15 अंक ही होंगे, जो प्ले आॅफ के लिए नाकाफी साबित होंगे।
आरसीबी के हालिया प्रदर्शन को देखें तो यह जरूरी नहीं कि आरसीबी अपने बाकी सारे मैच जीत ही जाए। इस तरह यह कहा जा सकता है कि विराट कोहली की आरसीबी का अब आईपीएल जीतना लगभग असंभव सा हो गया है।
पिछली बार कोहली की टीम अपने आखिरी के 5 मैचों में 4 जीत हासिल करके शानदार तरीके से फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुई थी। लेकिन गुजरात से हारने के बाद अब आरसीबी के लिए आगे का सफर बस औपचारिकता मात्र भर है।
पिछले साल पहले चार स्थानों पर रहने वाली टीमों के 16 अंक थे। अगर इस बार भी ऐसी स्थिति बनती है, तो आरसीबी प्ले ऑफ में स्थान बनाने से चूक जाएगी। इसके अलावा अनिश्चतताओं के इस क्रिकेट के खेल में अगर कुछ चमत्कार हुआ भी तो यह चमत्कार आरसीबी को ही करना होगा। उसे पहले तो अपने सभी मैच जीतने होंगे और बाद में उसे दूसरी टीमों के मुकाबलों पर निर्भर रहना पड़ेगा। इसमें भाग्य भी अहम भूमिका निभाएगा।