सनराइजर्स हैदराबाद के डेविड वॉर्नर ने सोमवार रात आईपीएल मैच में आर अश्विन के सामने काफी एहतियात बरती, ताकि 'मांकडिंग' का शिकार नहीं हो जाएं। यह वाकया सनराइजर्स हैदराबाद और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच आईपीएल मैच के दौरान देखने को मिला था। वॉर्नर ने अश्विन के ओवर में खास सावधानी बरती और क्रीज के भीतर ही रहे। दूसरे छोर पर खड़े वॉर्नर बार-बार अपना बल्ला क्रीज के भीतर करते देखे गए। कैमरे ने उन्हें ऐसा करते पकड़ लिया और बड़ी स्क्रीन पर भी दिखाया। आईपीएल की आधिकारिक वेबसाइट आईपीएल टी-20 डॉटकॉम पर भी इसे अपलोड भी किया गया।
वॉर्नर ने अर्धशतक जमाया जरूर लेकिन अपनी ख्याति के अनुरूप नहीं
गौरतलब है कि लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल के अर्धशतक और दोनों के बीच शतकीय साझेदारी से किंग्स इलेवन पंजाब ने हैदराबाद को छह विकेट से हरा दिया था। हैदराबाद की टीम सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (नाबाद 70) के जुझारू अर्धशतक की बदौलत धीमी शुरुआत से उबरते हुए चार विकेट पर 150 रन बनाए थे। वॉर्नर ने 62 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का भी मारा।
अश्विन के जोस बटलर को रन आउट करने पर हुआ था विवाद
इससे पहले अश्विन ने राजस्थान रॉयल्य के खिलाफ मैच में जोस बटलर को चेतावनी दिए बिना 'मांकडिंग' आउट कर दिया था, जिसकी काफी आलोचना हुई थी। राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच 25 मार्च को खेले गए आईपीएल मैच में पंजाब के कप्तान आर अश्विन ने बिना गेंद फेंके ही नॉन स्ट्राइकिंग छोर पर खड़े जोस बटलर को रन आउट कर मांकड़िंग विवाद को हवा दे दी थी। उन्होंने आउट करने से पहले बटलर को चेतावनी भी नहीं दी थी। इसके बाद दिग्गज खिलाड़ियों समेत क्रिकेट कानूनों का संरक्षक माने जाने वाले मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने अश्विन की इस हरकत को खेल भावना के खिलाफ बताया था।
क्या है 'मांकडिंग'
इसमें नॉन-स्ट्राइकर को गेंदबाज द्वारा गेंद फेंकने से पहले ही रन आउट किया जाता है। इसमें जब गेंदबाज को लगता है कि नॉन-स्ट्राइकर क्रीज से बहुत पहले बाहर निकल रहा है तो वह नॉन-स्ट्राइकर छोर की गिल्लियां उड़ाकर नॉन-स्ट्राइकर को आउट कर सकता है। इसमें गेंद रिकॉर्ड नहीं होती लेकिन विकेट गिर जाता है।
सबसे पहले कब हुआ था
मांकडिंग का पहला और सबसे मशहूर उदाहरण वीनू मांकड द्वारा ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को रन आउट करना है। यह घटना 13 दिसंबर 1947 को हुई थी। माकंड गेंदबाजी कर रहे थे और उन्होंने ब्राउन को क्रीज से बाहर निकलने पर रन आउट कर दिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया-XI के खिलाफ उस दौरे पर दूसरी बार ब्राउन को ऐसे आउट किया था। उनके अलावा भारतीय खिलाड़ियों में कपिल देव ने दक्षिण अफ्रीका के पीटर कर्स्टन को 1992-93 की सीरीज के दौरान 'मांकडिंग' से आउट किया था। वहीं, घरेलू क्रिकेट में स्पिनर मुरली कार्तिक ने बंगाल के संदीपन दास को रणजी ट्रॉफी मैच में इसी तरह से आउट किया था।