इस पहलू को छोड़कर चयनकर्ताओं के सामने टीम चुनने में कोई दुविधा नहीं होगी और कम से कम 13 खिलाडि़यों की जगह तो पहले से पक्की है। यह भी देखना होगा कि टीम 15 सदस्यीय होगी या 16 सदस्यीय। मुरली विजय, शिखर धवन, कप्तान विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा और भारत ए टीम के कप्तान चेतेश्वर पुजारा का चयन तय है। युवा के एल राहुल सातवें बल्लेबाज हो सकते हैं जो बीमारी के कारण बांग्लादेश दौरे पर नहीं जा सके थे।
ऋद्धिमान साहा विकेट कीपिंग के लिए पहली पसंद होंगे जबकि दूसरे विकेट कीपर के तौर पर 16वें खिलाड़ी को शामिल किया जा सकता है जो नमन ओझा या संजू सैमसन हो सकते हैं। टीम में तीन तेज गेंदबाज उमेश यादव, ईशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार होंगे। तेज गेंदबाज वरूण एरोन फिट होते हैं तो उनका चयन भी तय है।
दो ऑफ स्पिनर आर अश्विन और हरभजन सिंह अपनी जगह बरकरार रख सकते हैं और देखना यह होगा कि तीसरे स्पिनर के तौर पर अक्षर पटेल को चुना जाता है या अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा को। कर्ण शर्मा का जिम्बाब्वे शृंखला से पहले फ्रेक्चर हो गया था जिससे मिश्रा चयन के दावेदार हो गए हैं। उन्होंने अब तक 13 टेस्ट में 43 विकेट लिये हैं हालांकि आखिरी टेस्ट उन्होंने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। भारत ए टीम में उनका चयन नहीं किए जाने से संकेत मिला है कि उन्हें श्रीलंका दौरे के लिये चुना जा सकता है।
खराब फार्म के कारण रविंद्र जडेजा का चयन मुश्किल है। दूसरी ओर अक्षर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ तीन वनडे और दो टी20 मैचों में किफायती गेंदबाजी की। प्रज्ञान ओझा ने 24 टेस्ट में 113 विकेट लिए हैं लेकिन संदिग्ध एक्शन के कारण प्रतिबंध के बाद अपने एक्शन में बदलाव करके उन्हें अभी लय हासिल करना है।