भारतीय महिला क्रिकेट टीम की 16 साल की युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा की शानदार पारी की बदौलत भारत ने बांग्लादेश को 18 रन से हरा दिया। इस मैच में शेफाली ने 17 गेंदों में चार छक्के और दो चौके की मदद से 39 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। इस ताबड़तोड़ पारी खेलने के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। मैन ऑफ द मैच मिलते ही शेफाली के नाम एक बेहद खास रिकॉर्ड दर्ज हो गया। शेफाली सबसे कम उम्र में मैन ऑफ द मैच का अवार्ड पाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। 16 साल और 27 दिन की उम्र में उन्होंने यह कमाल किया है।
अर्धशतक बनाने वाली भारत की सबसे युवा क्रिकेटर बन गई
याद हो कि इससे पहले पहले शेफाली ने पिछले साल सचिन का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ 49 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के की मदद से 73 रन की विस्फोटक पारी खेली थी। यह उनके करिअर का पहला अर्धशतक था। इसके साथ ही शेफाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अर्धशतक बनाने वाली भारत की सबसे युवा क्रिकेटर बन गई थीं। शेफाली ने यह उपलब्धि 15 साल और 285 दिनों में हासिल की है जबकि सचिन तेंडुलकर ने अपना पहला अर्धशतक 16 साल और 214 दिनों की उम्र में लगाया था।
थी बेखौफ होकर बल्लेबाजी करने की इजाजत
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अनुभवी तेज गेंदबाज शिखा पांडे ने सोमवार को शेफाली वर्मा को लेकर बड़ा खुलासा किया है। मैच के बाद शिखा ने कहा कि शेफाली को टीम प्रबंधन ने बेखौफ होकर बल्लेबाजी करने की इजाजत दी थी। इसलिए उसने निडर होकर शानदार बल्लेबाजी की।
अपने प्रदर्शन से किया आश्चर्यचकित
आगे शिखा ने कहा कि वह 16 साल की उम्र में अद्भुत है। इस उम्र में मैंने क्रिकेटर बनने के लिए प्रशिक्षण भी शुरू नहीं किया था। हमारी टीम में इस तरह के युवा निडर खिलाड़ी हैं। मैं बहुत खुश हूं। उसे ऐसा करते देखकर आश्चर्य लगता है कि उसने हमारे लिए क्या किया है। बता दें कि भारतीय महिला टीम ने आईसीसी महिला टी-20 वर्ल्ड कप के अपने दूसरे मुकाबले में बांग्लादेश को 18 रन से हरा दिया। वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की यह लगातार दूसरी जीत है।