पिछले महीने वीरेंद्र सहवाग को भी मानद आजीवन सदस्य बनाया गया था। इस सूची में सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर भी हैं जिन्हें पिछले साल इसमें शामिल किया गया था।
जहीर ने भारत के लिये 92 टेस्ट मैच खेले तथा 32.94 की औसत से 311 विकेट लिये। इसके अलावा 37 वर्षीय जहीर ने 200 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 29.34 की औसत से 282 विकेट लिये। उन्होंने लार्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर तीन टेस्ट मैच खेले और 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ ड्रा टेस्ट मैच में 79 रन पर चार विकेट लेने से मामूली अंतर से लार्ड्स की सम्मान पट्टिका में जगह बनाने से चूक गये थे। जहीर ने लार्ड्स में तीन वनडे भी खेले हैं जिनमें 2002 नेटवेस्ट सीरीज का मशहूर फाइनल भी है जिसमें उन्होंने 62 रन देकर तीन विकेट लिये थे।
जहीर ने 2015 में अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया था लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग में उनकी अब भी काफी मांग है जिसमें वह दिल्ली डेयरडेविल्स, मुंबई इंडियन्स और रायल चैलेंजर्स बेंगलूर की तरफ से खेल चुके हैं। एमसीसी के क्रिकेट प्रमुख जान स्टीफनसन ने कहा, जहीर खान ने भारत में क्रिकेट को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। इस वजह से क्लब उन्हें मानद आजीवन सदस्यता देकर बहुत खुश है। उन्होंने कहा, जब भी वह लार्ड्स पर खेलते थे तो उन्हें देखने में आनंद आता था और हम एमसीसी सदस्य के रूप में उन्हें फिर से यहां देखना चाहते हैं। एमसीसी की आजीवन सदस्यता क्रिकेट और इस खेल से जुड़े कामों में लंबे समय तक योगदान देने वाले व्यक्तियों को दी जाती है। अब एमसीसी के कुल 18,000 सदस्यों में से 300 से अधिक मानद आजीवन सदस्य हैं।
भाषा