फीफा वर्ल्डकप 2018 अब अपने अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ रहा है। प्रतियोगिता के कुल 64 मुकाबलों में से स्विटजरलैंड और स्वीडन के मैच से पहले 54 मैच पूरे हो चुके हैं। कई बड़ी टीमें बाहर हो चुकी हैं, तो कई टीमों ने अपने प्रदर्शन से चौंकाया। हर चाल साल के बाद होने वाला वर्ल्डकप अपने साथ उम्मीदों का एक पिटारा लेकर आता है और धीर-धीरे इस पिटारे से बड़े-बड़े उलटफेर निकलते हैं। आइए जानते हैं अभी तक के पांच सबसे बेहतरीन मुकाबलों के बारे में...
मेक्सिको बनाम जर्मनी, नतीजा जर्मनी बाहर
जर्मनी इस वर्ल्डकप में बतौर डिफेंडिंग चैंपियन आया था, लेकिन अपना खिताब कायम रखने में नाकाम रहा और पहले ही दौर में दो मैच हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गया। जर्मनी ने विश्वकप का अभियान मेक्सिको के खिलाफ शुरू किया। डिफेंडिंग चैंपियन होने के नाते उसे खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और सभी को उम्मीद थी मेक्सिको के खिलाफ उसकी जीत सुनिश्चित है, लेकिन नतीजा कुछ और ही निकला। जर्मनी अपना मैच 1-0 से हार गया।
दक्षिण कोरिया बनाम जर्मनी, नतीजा फिर जर्मनी की हार
जर्मनी को नॉकआउट में पहुंचने की संभावना बरकरार रखने के लिए यह मैच जीतना जरूरी था। मैच पूरे 90 मिनट मिनट के बाद इंजरी टाइम में गया और विश्वकप से बाहर होने की हताशा में अचानक जर्मनी का डिफेंस बिखर गया और दक्षिण कोरिया ने इंजरी टाइम में ही ताबड़तोड़ दो गोल दागकर उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया। 1938 के बाद ऐसा पहली बार हुआ जब जर्मनी ग्रुप चरण में ही विश्वकप से बाहर हो गया।
क्रोएशिया बनाम डेनमार्क, नतीजा शूटआउट में डेनमार्क बाहर
विश्वकप के सबसे बेहतरीन मैच में एक क्रोएशिया और डेनमार्क के बीच खेला गया। पूरे 90 मिनट तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रहीं। मैच आधे घंटे के अतिरिक्त समय में गया, लेकिन अब भी दोनों टीमें गोल के मामले में बराबर पर ही थीं। पेनल्टी शूटआउट में मुकाबला गोलकीपर्स के बीच था और यहां क्रोएशिया ने 3-2 से बाजी मारकर क्वार्टरफाइनल का टिकट कटा लिया।
बेल्जियम बनाम जापान, बेल्जियम की नाटकीय जीत
शुरू से ही माना जा रहा था कि बेल्जियम आसानी से जापान की चुनौती खत्म कर देगी। लेकिन मैच शुरू होने के बाद बेल्जियम के स्टार खिलाड़ी और अभी तक चार गोल करने वाले लुकाकु बिल्कुल लय में नहीं दिखे। यहां तक कि ईडन हैजार्ड भी जापान के लिए कोई खतरा नहीं बन पाए। इसके उलट जापान ने 2-0 की बढ़त ले ली। तभी मैच के अंतिम क्षणों में कोच रॉबर्टो मार्टिनेज ने फेलनी और नैसर चादली को मैदान में भेजा और इंजरी टाइम में 2-0 से पिछड़ रही बेल्जियम की टीम अचानक 3-2 से बढ़त बनाकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई।
रूस बनाम स्पेन, शूट आउट में मेजबान की जीत
विश्वकप में किसी एक बार भी यह उम्मीद नहीं की थी कि रूस राउंड 16 में स्पेन को हरा पाएगा। मैच शुरू होने के समय से ही रूस की योजना बिल्कुल जाहिर थी कि मुकाबले को किसी तरह शूटआउट तक ले जाया। लेकिन जब स्पेन ने रूस के आत्मघाती गोल की बदौलत एक गोल की बढ़त बना ली तो उसका सपना चकनाचूर होने की कगार पर पहुंच गया। लेकिन अचानक रूस की तरफ से बराबरी गोल आया। इसके बाद स्पेन ने कई ताबड़तोड़ हमले किए, लेकिन रूसी गोलची एकीनफीव की दीवार को भेद नहीं पाए। 30 मिनट के अतिरिक्त समय के बाद मैच शूटआउट में पहुंच गया। यहां दुनिया के सबसे अच्छे गोलकीपर में शुमार स्पेन के डी जिया का कमाल नहीं दिखा, जबकि एकीनफीव ने दो गोल बचा लिए और रूस स्पेन को हराकर क्वार्टरफाइनल में पहुंच गया।