सुनील छेत्री की अगुवाई वाली भारतीय टीम को इंटरकांटिनेंटल कप फुटबाल टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड के खिलाफ 1-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा लेकिन मुख्य कोच ने इसके लिये व्यक्तिगत गलतियों को जिम्मेदार ठहराया।
इसके बाद मुख्य कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने कहा कि व्यक्तिगत गलतियां हार का कारण बनी। भारत ने इससे पहले दो मुकाबलों में चीनी ताइपे को 5-0 और फिर कीनिया को 3-0 से शिकस्त दी लेकिन बीती रात उसका प्रदर्शन काफी लचीला रहा और टीम को टूर्नामेंट में पहली हार झेलनी पड़ी। कांस्टेनटाइन ने कहा कि मूर्खतापूर्ण व्यक्तिगत गलतियों से टीम मैच गंवा बैठी।
उन्होंने बीती रात मैच के बाद कहा, ‘‘देखिये, जब आप दो मैचों में 5-0 और 3-0 से जीतते हो तो, या तो आप आत्ममुग्ध हो गये। न्यूजीलैंड की टीम युवा है और वह काफी अनुशासित थी, उसने काफी अच्छा खेल दिखाया। हमने कुछ गलतियां की। हमने वैसी शुरूआत नहीं की जैसी पिछले दो मैचों में की थी। हमने पहले गोल कर बढ़त बना ली थी लेकिन दो बेवकूफाना गलतियों से दो गोल गंवा दिये। व्यक्तिगत गलतियां ले डूबीं।’’ कांस्टेनटाइन ने कहा, ‘‘यह सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा है। हम हर टीम को 3-0 से नहीं हरा सकते।’’
उन्होंने कल भारत के शुरूआती लाइन अप में सात बदलाव किये थे, इस पर उन्होंने कहा कि यह पूर्व नियोजित रणनीति के हिसाब से हुआ था क्योंकि मेजबान टीम ने लगातार दो शानदार जीत दर्ज की थी।
कांस्टेनटाइन ने कहा, ‘‘सात बदलाव तो हमेशा ही करने पड़ते क्योंकि हम इस टूर्नामेंट को एशियाई कप की तैयारियों के रूप में खेल रहे हैं। निश्चित रूप से हमें वैसा परिणाम नहीं मिला, जैसा हम चाहते थे। लेकिन युवाओं को मौका देना अहम था। ’’
कप्तान छेत्री ने भारत को बढ़त दिला दी थी। कोच ने कहा, ‘‘हमने सात खिलाड़ियों को बेंच पर बिठाया था क्योंकि आपके पास 11 संदेश (संदेश झींगन) या 11 छेत्री (सुनील छेत्री) या 11 थापा (अनिरूद्ध थापा) नहीं हो सकते।’’