पाकिस्तान के पूर्व मुख्य कोच मिकी आर्थर को क्रिकेटरों के एक प्रभावशाली समूह ने विश्व कप के बाद अगले 2 साल बने रहने का आश्वासन दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोचिंग स्टाफ का कार्यकाल बढ़ाने से इनकार कर दिया था।कार्यकाल बढ़ाने का आश्वासन दिया गया था
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की क्रिकेट समिति के प्रभावशाली सदस्य और बोर्ड के कुछ अन्य सदस्यों ने आर्थर को आश्वासन दिया था कि पाकिस्तान के विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में नाकाम रहने के बावजूद उनका कार्यकाल बढ़ाया जाएगा।
फैसले से हैरान और निराश थे
सूत्रों ने कहा कि इन आश्वासनों के बाद मिकी आर्थर काफी आश्वस्त थे और इसलिए वह लाहौर आए थे। उन्होंने कार्यकाल बढ़ाए जाने की संभावना के चलते वहां कुछ दिन बिताए थे। लेकिन जब पीसीबी ने उन्हें और सहयोगी स्टाफ के अन्य सदस्यों को बहाल नहीं करने का फैसला किया तो वह भी हैरान और निराश थे।
नए कोचिंग स्टाफ की जरूरत
सूत्रों के अनुसार पीसीबी प्रमुख एहसान मनि ने इस विषय पर इमरान से बात की थी और इस पूर्व कप्तान की स्पष्ट राय थी कि विश्व कप के बाद नया कोचिंग स्टाफ रखना होगा। इमरान पीसीबी के संरक्षक भी हैं।
सरफराज अहमद को कप्तानी से हटाने का सुझाव नहीं दिया था
आर्थर को झटका तब लगा जब स्थानीय मीडिया ने यह बताना शुरू कर दिया कि जब वह क्रिकेट समिति के सामने पेश हुए थे तो उन्होंने शादाब खान और बाबर आज़म को वनडे और टेस्ट क्रिकेट के लिए कप्तान नियुक्त करने का सुझाव दिया था। आर्थर ने अब स्पष्ट रूप से कप्तान सरफराज अहमद को बताया कि उन्होंने कभी भी उनके खिलाफ कुछ नहीं कहा और न ही सभी प्रारूपों के लिए नए कप्तान नियुक्त करने पर समिति को कोई सुझाव दिया। सूत्र ने बताया कि आर्थर ने सरफराज को सूचित किया कि कप्तान के बदलने की बात करने वाली मीडिया रिपोर्टे सही नहीं थीं।