उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के इस हरफनमौला खिलाड़ी की अच्छी बल्लेबाजी से प्रबंधन के सामने टीम के संयोजन के लिहाज से नये विकल्प खुल गये हैं। पहले टेस्ट में शतक के बाद एक बार फिर बल्लेबाजी में अपना जौहर दिखाते हुए अश्विन ने शीर्ष बल्लेबाजी क्रम के धाराशायी होने की स्थिति में नाबाद 75 रन की पारी खेलकर भारत को शर्मनाक स्थिति में पहुंचने से बचा लिया। वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन अपनी पहली पारी में 126 रन पर पांच विकेट गिरने के बाद अश्विन ने विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा के साथ अविजित शतकीय साझेदारी कर टीम को संकट से उबार लिया था। बल्लेबाजी कोच ने कहा, छठे नंबर पर यह उनकी महज तीसरी पारी है। इस श्रृंखला के शुरू होने से पहले उन्होंने इस स्थान पर कभी बल्लेबाजी नहीं की थी। उनको देखना शानदार है। वह ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके बारे में हमें पता है कि उनमें बल्लेबाजी की बहुत अधिक संभावनाएं हैं लेकिन कभी हमने नंबर छह पर उनको ऐसा करते हुए नहीं देखा। साथ ही इस बात की जानकारी भी है कि उन्होंने अपनी करियर की शुरआत एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में की थी और साथ ही अपने राज्य की टीम के लिए बहुत अधिक योगदान भी किया था। उन्होंने साथ ही कहा, इससे हम लोगों को और विकल्प मिल जाते हैं और पुछल्ले क्रम के बल्लेबाज जिस तरह का योगदान दे रहे हैं उससे मुश्किल स्थिति में हम लोगों के भीतर विश्वास रहता है। बांगड़ ने साथ ही 46 रन बनाकर नाबाद रहने वाले रिद्धिमान साहा की प्रशंसा की और उन्हें शानदार टीम प्लेयर बताया। बल्लेबाजी कोच का अनुमान है कि अगले दो दिन में पिच बल्लेबाजी के लिहाज से और आसान हो जायेगा।
एजेंसी