मनप्रीत का यह टेस्ट एक से चार जून तक पटियाला में हुई फेडरेशन कप राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान किया गया था। राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक अधिकारियों द्वारा किए गए इस टेस्ट में वह प्रतिबंधित स्टिम्युलेंट डाइमेथिलबुटिलेमाइन लेने की दोषी पाई गईं। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के एक अधिकारी के अनुसार अगर कौर का बी नमूना भी पॉजिटिव आता है तो भारत को भुवनेश्वर में उसका जीता गोल्ड मेडल गंवाना पड़ेगा। हमें नाडा ने मंगलवार रात इसकी सूचना दी। जब इस बारे में मनप्रीत के कोच करमजीत, जो उनके पति भी हैं, से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
सूत्रों को अनुसार यह पहला मौका है जब कोई एथलीट डाइमेथिलबुटिलेमाइन लेते पकड़ा गया है। यह मेथिलहेक्सानामाइन की तरह है। इस शक्तिवर्द्धक का इस्तेमाल 2010 के दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले कई खिलाड़ियों ने किया था। मनप्रीत ने अगले महीने लंदन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया है। मगर मौजूदा हालात में उसके इस प्रतियोगिता में भाग लेने की उम्मीद नहीं है।
एएफआई अधिकारी ने कहा कि हमने अभी इसके बारे में नहीं सोचा है लेकिन हम विश्व स्तर पर अपनी किरकिरी नहीं कराना चाहते। इस पर सोचना पड़ेगा। मनप्रीत ने चीन के जिन्हुआ में एशियाई ग्रां प्री में 18. 86 मीटर का थ्रो करके विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था। बाद में उन्होंने फेडरेशन कप, एशियाई चैंपियनशिप (नौ जुलाई) और गुंटूर में राष्ट्रीय अंतर राज्य प्रतियोगिता (17 जुलाई) में गोल्ड मेडल जीता था। (एजेंसी)