उनका परिवार त्रिपुरा के अगरतला में एक छोटे कस्बे में रहता है जहां उनके लिए इसे चला पाना भी मुश्किल है। वहां न बेहतर सुविधाएं है आैैर न ही बेहतर सड़कें।
रियो ओलंपिक में साहसिक प्रदर्शन करने के लिए तोहफे में बीएमडब्ल्यू कार मिली थी। रियो ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट बनकर दीपा ने इतिहास रच दिया था। वह कांस्य पदक से मामूली अंंतर से चूक गई थीं और उन्हें चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा था।
दीपा को इस शानदार प्रदर्शन के लिए हैदराबाद जिला बैडमिंटन संगठन के अध्यक्ष वी. चामुंडेश्वरनाथ की तरफ से भारत के पदक विजेता खिलाड़ियों पीवी सिंधु, साक्षी मलिक और सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद के साथ बीएमडब्ल्यू कार दी गई थी। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने उनके हाथों में कार की चाबी पकड़ाई थी।