करीब दो साल बाद खेल में वापसी कर रहीं भारत की जिमनास्ट दीपा करमाकर ने एफआईजी आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक वर्ल्ड चैलेंज कप में गोल्ड मेडल जीता है। यह वर्ल्ड चैलेंज कप में दीपा का पहला मेडल है। दीपा ने रविवार को तुर्की के मर्सिन शहर में आयोजित इस टूर्नामेंट के वॉल्ट इवेंट में सोने का तमगा हासिल किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दीपा को बधाई दी।
त्रिपुरा की 24 वर्षीय यह जिम्नैस्ट 2016 रियो ओलंपिक के वॉल्ट इवेंट में चौथे स्थान पर रही थीं। रविवार को उन्होंने 14.150 अंकों के साथ गोल्ड मेडल जीता। क्वॉलिफिकेशन राउंड में भी उन्होंने 13.400 अंकों के साथ टॉप किया था।
दीपा के कोच बिशेश्वर नंदी भी उनके साथ थे। दीपा ने बैलंस टीम फाइनल में भी जगह बनाई थी लेकिन क्वॉलिफिकेशन राउंड में वह 11.850 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर रहीं।
रियो ओलंपिक के बाद दीपा चोटिल हो गई थीं। इस दौरान उनकी सर्जरी भी हुई। उन्हें कॉमनवेल्थ गेम्स तक वापसी की उम्मीद थी लेकिन चोट से उबरने में उन्हें काफी समय लगा और वह गोल्ड कोस्ट में आयोजित इवेंट तक फिट नहीं हो सकीं। उन्हें अगस्त में होने वाले एशियन गेम्स के लिए 10 सदस्यीय भारतीय जिम्नैस्टिक टीम में शामिल किया गया है।